Chaibasa News: चक्रधरपुर का मिनी पार्क बदहाल, राशि की हुई बंदरबांट
चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में नगर परिषद चक्रधरपुर ने 2019-20 में चार रूपांतरित मिनी पार्क का निर्माण कराया गया था। लेकिन आज शहर का रूपांतरित यह मिनी पार्क बदहाल है। रूपांतरित मिनी पार्क की राशि की बंदरबांट कर ली गई।
चक्रधरपुर, जासं। चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में नगर परिषद चक्रधरपुर ने 2019-20 में चार रूपांतरित मिनी पार्क का निर्माण कराया गया था। लेकिन आज शहर के रूपांतरित ये मिनी पार्क बदहाल है। रूपांतरित मिनी पार्क की राशि की बंदरबांट कर ली गई।
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार इन चारों रूपांतरित पार्कों की कुल प्राक्कलित राशि 26, 4675 थी। आज यहां रूपांतरित मिनी पार्क का कोई अवशेष भी नजर नहीं आता है। इसकी देखरेख की जवाबदेही नगर परिषद चक्रधरपुर की थी। पर मिनी पार्कों की देखरेख नहीं होने के कारण उसकी दुर्दशा हो गई। पूरी राशि की बंदरबांट हुई। स्वच्छता के नाम पर रूपांतरित मिनी पार्क का निर्माण कराया गया था, तो उसकी देखरेख होनी चाहिए थी। लेकिन देखरेख नहीं करना बड़े भ्रष्टाचार को दर्शाता है। जिसकी मुकम्मल जांच होनी चाहिए ताकि जनता के बर्बाद हुई राशि की सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए।
शहर के इन जगहों में हैं रूपांतरित मिनी पार्क
1.चेक नाका के समीप प्राक्कलन राशि 72100
2.एलआईसी भवन के समीप प्राक्कलन राशि 65400
3.कुसुम कुंज के समीप प्राक्कलन राशि 68700
4.इतवारी बाजार के समीप प्राक्कलन राशि 58475 लगभग
डस्टबिन लगाने में भी बरती गई अनियमितता : पांडेय
भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष पवन शंकर पांडेय ने मीडिया को सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी साझा करते हुए कहा कि रूपांतरित मिनी मार्ग की तरह ही शहर में डस्टबिन लगाने में भी बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है। पूरे शहर में लगभग 150 डस्टबिन लगाया गया था जो आज एक भी नजर नहीं आ रहा है। पांडेय ने सरकार और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इसकी जांच की मांग की है, ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई एवं हुए भ्रष्टाचार का उजागर हो सके।