बुरुडीह डैम में उमड़ने लगे पर्यटक, सड़कें बदहाल
काफी माह बाद बुरुडीह डैम में इतनी संख्या में पर्यटक के पहुंचने पर यहां की रौनक बढ़ी। डैम की प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों को अपनी और खींच रहीं हैं।
जासं, जमशेदपुर : ठंड शुरु होते ही घाटशिला के पर्यटन स्थल बुरुडीह में पर्यटकों का आगमन शुरू हो गया। घाटशिला के बुरुडीह डैम में प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। रविवार को घाटशिला के बुरुडीह डैम में काफी संख्या में पर्यटक पहुंचे। काफी माह बाद बुरुडीह डैम में इतनी संख्या में पर्यटक के पहुंचने पर यहां की रौनक बढ़ी। डैम की प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों को अपनी और खींच रहीं हैं। डैम में पर्यटकों के आने से स्थानीय दुकानदारों के चेहरों में भी खुशी देखी गईं। हालांकि बुरुडीह डैम पहुंचने के लिए पर्यटकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती हैं। जर्जर सड़कों से होकर पर्यटक डैम पहुंचते हैं। घाटशिला के एनएच 18 फुलडूंगरी से बुरुडीह डैम तक कि सड़क बेहद जर्जर अवस्था में हैं। वर्षों से इस सड़क की स्थिति दयनीय अवस्था में हैं। कई बार सड़क निर्माण की मांग हो चुकी हैं। लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हो सका हैं। सांसद, विधायक भी सड़क के निर्माण के लिए कई बार पहल कर चुके हैं। बावजूद पर्यटन नगरी की इतनी महत्वपूर्ण सड़क की तरफ संबंधित विभाग का ध्यान नहीं गया हैं। इसे विभागीय उदासीनता ही न कहा जाए कि बुरुडीह की सौंदर्य वादियां जहां हजारों पर्यटकों को दूसरे राज्यों से झारखंड के घाटशिला की तरफ आने को मजबूर करती हैं, वहीं जिले के विभागीय अधिकारी कभी इतने महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल की सुध लेना भी पसंद नहीं करते हैं। यह विभागीय उदासीनता का ही उदाहरण है कि वर्षों से इस सड़क का निर्माण नहीं हुआ। सड़क अब कई स्थानों पर सिर्फ नाममात्र ही रह गई हैं। यहां के इन असुविधाओं के कारण अब पर्यटक भी एकबार यहां आने के बाद दोबारा आना नहीं चाहते हैं। अगर इसी तरह बुरुडीह डैम व यहां के सुविधाओं के प्रति विभागीय उदासीनता बरकरार रहेगी तो आने वाले दिनों में बुरुडीह डैम के अस्तित्व पर ही एक प्रश्न चिन्ह लग जाएगा।