अच्छी बारिश से हुई धान की बंपर पैदावार

चाहे इसे लाकडाउन का असर कहिए या कुछ और लेकिन इस बार इंद्र देव की कृपा बारिश की बूंदों के रूप में धरती पर खूब बरसी। लिहाजा खेतों में धान की फसल खूब लहलहाई। अच्छी पैदावार देख किसानों की बांछें खिल गई। धान की फसल अब पूरी तरह पक कर तैयार है और कटाई का काम रफ्तार पकड़ चुका है..

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 09:28 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 09:28 AM (IST)
अच्छी बारिश से हुई धान की बंपर पैदावार
अच्छी बारिश से हुई धान की बंपर पैदावार

संवाद सूत्र, चाकुलिया : चाहे इसे लाकडाउन का असर कहिए या कुछ और, लेकिन इस बार इंद्र देव की कृपा बारिश की बूंदों के रूप में धरती पर खूब बरसी। लिहाजा खेतों में धान की फसल खूब लहलहाई। अच्छी पैदावार देख किसानों की बांछें खिल गई। धान की फसल अब पूरी तरह पक कर तैयार है और कटाई का काम रफ्तार पकड़ चुका है। बीते दो दिनों से आसमान में छिटपुट बादल नजर आ रहे थे, जिसे लेकर किसान सशंकित थे। बारिश हो जाने पर पके हुए तथा खेत में काट कर रखे गए धान को क्षति पहुंचने का भय था। मगर शनिवार को मौसम साफ हो गया और धान कटाई का काम जोर-शोर से होने लगा। कृषि विभाग भी मान रहा है कि इस साल अच्छी बारिश के कारण धान की बंपर पैदावार हुई है। फसल कटाई का जायजा लेने के लिए जिला से एक टीम भी प्रखंड क्षेत्र के दौरे पर हैं। प्रभारी कृषि पदाधिकारी देव कुमार ने बताया कि आगामी 20 दिसंबर तक प्रखंड के सभी पंचायतों के दो-दो गांवों में प्रायोगिक तौर पर धान कटाई का जायजा लिया जाएगा। शनिवार को जमुआ पंचायत के इंदबनी गांव में दो किसानों की 10 मीटर गुणा 5 मीटर यानी 50 वर्ग मीटर जमीन पर उपजे फसल की वजन मापी गई। इसमें एक किसान का 23.8 किलो तथा दूसरे का 26.5 किलो वजन पाया गया। कृषि पदाधिकारी ने बताया कि 50 वर्ग मीटर जमीन पर अगर 20 किलो से अधिक धान की पैदावार होती है तो उसे अच्छी पैदावार मानी जाती है। इस लिहाज से चाकुलिया प्रखंड में जो आंकड़ा सामने आ रहा है वह पैदावार के हिसाब से बेहतर है। धान कटाई संपन्न होने के बाद पूरा आंकड़ा सामने आ पाएगा।

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