आइटी सेक्टर में बंपर नौकरियां, कैंडिडेट को लुभाने के लिए बोनस से लेकर महंगी बाइक का भी ऑफर
कोरोना काल के दौरान आईटी सेक्टर में भी छटंनी का दौर दिखा। लेकिन जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगी नौकरियों की बहार आने लगी। नौकरियों की बहार आई तो कंपनियों को सक्षम युवा नहीं मिल रहे। ऐसे में वे अनुभवी युवाओं को लुभाने में लगी हुई है।
जमशेदपुर : कोरोना की दूसरी लहर खत्म होते ही आइटी सेक्टर की स्थिति में सुधार होता दिख रहा है। ऐसे में इस सेक्टर में नौकरियों की बहार है। हालत है कि बड़ी-बड़ी कंपनियां कैंडिडेट को लुभाने के लिए बोनस से लेकर महंगी बाइक का भी ऑफर दे रही है। कुछ वर्षों का अनुभव रखने वालों के हाथ में कई तरह के जॉब ऑफर है। नियुक्तियों के लिए योग्य कैंडिडेट नहीं होने के कारण कंपनियां अनुभवी योग्य कैंडिडेट्स को तरह-तरह की पेशकर कर लुभाने की कोशिश कर रही है।
अनुभवी युवाओं के लिए एक से बढ़कर एक ऑफर
योग्य एवं अनुभवी लोगों के लिए कंपनियां एक से बढ़कर एक ऑफर दे रही है। जिसमें ज्वाइनिंग बोनस तक शामिल है।
फिनटेक फर्म भारत पे कंपनी में ज्वाइन करने वालों को बीएमडब्ल्यू बाइक तक ऑफर कर रही है। कुछ कंपनियां आईफोन और फ्लैक्सी-वर्किंग की पेशकश भी कर रही है। कई कंपनियां तो उम्मीदवारों को अपना असेसमेंट टेस्ट देने के लिए एक हजार से पांच हजार रुपये तक का भुगतान कर रही है।
एक सप्ताह में एक हजार से अधिक इंटरव्यू हो रहे शिड्यूल
टैलेंट कंसल्टेंसी फर्म हान डिजिटल के संस्थापक और सीइओ सरवन बाला सुंदरम ने कहा है कि वे एक सप्ताह में 1000 से अधिक इंटरव्यू शिड्यूल करते हैं। लेकिन इसमें से 40 प्रतिशत मामलों में या तो उम्मीदवार उपस्थित नहीं होते हैं या इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या के कारण इंटरव्यू रद या आगे करना पड़ता है। जहां 600 इंटरव्यू होते हैं उनमें से केवल 75 प्रतिशत ही उम्मीदवार शामिल होते हैं।
जून तिमाही में 20 हजार थी टैलेंट डिमांड
अप्रैल में समाप्त तिमाही में आईटी कंपनियों की ओर से टैलेंट डिमांड 5000 थी, लेकिन जून में समाप्त तिमाही में बढ़कर 20 हजार हो गई। टीसीएस, इंफोसिस, एचसीएल और विप्रो की ओर से चालू वित्त वर्ष में कुल मिलाकर एक लाख लोगों को नियुक्त करने की संभावना है। कॉग्निजेंट अकेले इस साल एक लाख अनुभवी प्रोफेशनल्स और 30 हजार फ्रेशर्स को नियुक्त करने वाली है। इसके अलावा कैंपस रिक्रुट्स के लिए 45 हजार रुपये की ऑफर भी देगी, जो अगले साल कंपनी में शामिल होंगे। महामारी के अनुभवों के बाद डिजिटलीकरण की वैश्विक मांग के परिणामस्वरूप आईटी फर्माें के कारोबार में तेज उछाल आया है।
पिछली तीन तिमाहियों में मांग में काफी वृद्धि
पिछले साल महामारी के पहले दो महीने अराजक थे। कई कंपनियों ने छंटनी की। लेकिन पिछली तीन तिमाहियों में मांग में काफी वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक जो लोग कम बजट पर काम कर रहे थे, वे वैकेंसीज को भरने के लिए अपने दरवाजे खोल रहे हैं। इसलिए भारतीय आईटी में नौकरियों की बारिश हो रही है।
जो जितना स्किल्ड, उसके पास उतने ही ज्यादा ऑफर
जो जितना स्किल्ड, उसके पास उतने ही ज्यादा ऑफर आ रहे हैं। रिक्रुटमेंट फर्म क्वेस में आइटी स्टाफिंग के सीईओ कहते हैं कि आर्गनाइजेशन जिस लोगों को ऑफर कर रही है। जो जितना कुशल है, उसके पास उतने ही अधिक ऑफर है। देवओप्स, कुबेरनेट्स, क्लाउड और एनालिटिक्स की बड़ी डिमांड है।