खुदकुशी करने वाले एएसआई के सिर से आर-पार हो गई थी गोली Jamshedpur News

27 जून को बिहार के पटना कंकड़बाग में ज्योति कुमारी से शादी हुई थी। किसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हुआ था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 02:33 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 02:33 PM (IST)
खुदकुशी करने वाले एएसआई के सिर से आर-पार हो गई थी गोली Jamshedpur News
खुदकुशी करने वाले एएसआई के सिर से आर-पार हो गई थी गोली Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिले के गोलमुरी पुलिस लाइन के ऑफिसर फ्लैट में लाइसेंसी पिस्टल से सोमवार को सिर में गोली मार खुदकुशी करने वाले सहायक अवर निरीक्षक ( एएसआई) तरुण पांडेय के शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया। पिस्तौल सटाकर गोली मारने के कारण गोली आर-पार हो जाने के कारण गोली नहीं मिली।

यहां से शव को गोलमुरी पुलिस लाइन ले जाया गया जहां वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वानन समेत पुलिसकर्मियों ने तरुण पांडेय को अंतिम सलामी दी। अंतिम संस्कार के लिए परिवार वाले शव को लेकर बिहार के नालंदा जिले के परवलपुर थाना के ग्राम हरिपुर के लिए रवाना हो गए। मृतक के बड़े भाई वीरेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि पैतृक गांव में अंतिम संस्कार होगा। घटना की जानकारी पर एएसआइ की मां, ससुराल पक्ष के लोग और पैतृक गांव से रिश्तेदार शहर पहुंचे थे।

27 जून को हुई थी शादी

गौरतलब है कि 27 जून को बिहार के पटना कंकड़बाग में ज्योति कुमारी से शादी हुई थी। किसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हुआ था। कुछ समय बाद उन्होंने खुद को गोली मार ली। पत्नी की आवाज सुनकर पुलिस लाइन फ्लैट में रहने वाले पुलिसकर्मी पहुंचे थे। तरुण की बहाली पुलिस विभाग में खेल कोटे से हुई थी। हैंडबाल में राष्ट्रीय चैंपियन अवार्ड पाने पर 2019 में एएसआई पद पर प्रोन्नति मिली थी। विभाग में आने से पहले सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ में थे। शादी के बाद गोलमुरी ऑफिसर फ्लैट पत्नी के साथ लौटे थे और क्वारंटाइन में थे। मृतक पांच भाई हैं। दो भाई गांव में रहते हैं। बाकी तीन भाइयों में वीरेंद्र पांडेय चाईबासा रेलवे स्टेशन, एक भाई दिल्ली में कार्यरत हैं। पिता जमशेदपुर में रेलवे विभाग में चालक पद पर कार्यरत थे। परिवार परसुडीह लोको कॉलोनी में रहता था।

तरुण का चेहरा देखने को जिद करती रही मां

बेटे की मौत की जानकारी पर रिश्तेदारों के साथ गोलमुरी पुलिस लाइन पहुंची तरुण कुमार पांडेय की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार तरुण का चेहरा दिखा देने की जिद रिश्तेदारों से करती रही। उसे किसी तरह परिजनों ने संभाला। कार में बैठाकर उसे सांत्वना देते रहे कि रास्ते में दिखा देंगे। पत्नी ज्योति बेसुध हो जा रही थी।

पुलिस एसोसिएशन की ओर से दिया गया 25 हजार का सहयोग

जमशेदपुर जिला पुलिस एसोसिएशन के सचिव संतोष महतो ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से मृतक के परिवार वालों को 25 हजार रुपए दिए गए। अंतिम दाह संस्कार को जिला कल्याण से 10 हजार रुपए सहयोग स्वरूप प्रदान किए गए।

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