गुदड़ी नरसंहार : टूटी गाडि़यां, बिखरे बर्तन बयां कर रहे बर्बरता की दास्तां Jamshedpur News
गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में हुए नरसंहार के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। मृतकों के घर व बाहर के दृश्य इस बात की गवाही दे रहे हैं कि कितनी नृशंसता हुई।
जमशेदपुर (जेएनएन)। पत्थलगड़ी के समर्थन व विरोध को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में हुए नरसंहार के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। नरसंहार के तीन दिन बाद पुलिस ने जंगल से सभी सात शव बरामद कर लिए हैं।
उधर, गांव में मृतकों के घर व बाहर का दृश्य इस बात की गवाही दे रहा है कि वहां कितनी नृशंसता हुई। करीब आधा दर्जन घरों के अंदर व बाहर का दृश्य देख किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं । आइए, देखते हैं तस्वीरों की जुबानी...।
अनुमान लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों को जंगल ले जाने से पूर्व वहां क्या हुआ होगा। घरों के सामान बिखरे पड़े हैं। सबकुछ छिन्न-भिन्न है। कपड़े, बर्तन, दैनिक उपयोग के सामान के साथ जमकर भड़ास निकाली गई है।
घरों के बाहर कहीं बाइक टूटी-फूटी अवस्त्था में टेढ़ी-मेढ़ी पड़ी है तो तमाम साइकिलें आड़ी-तिरछी टूटी पड़ी हैं।
कहने का मतलब यह कि किसी भी चीज को छोड़ा नहीं गया। जो जहां पड़ा मिला उसके साथ तोड़फोड़ की गई। बुधवार को जब मौके पर पुलिस पहुंचने में सफल हुई तो सभी चीजें उसी तरह अस्तव्यस्त पड़ी थी।
इक्का-दुक्का ग्रामीण दिख रहे थे। उनके चेहरों पर छाई वीरानी बता रही थी कि वे इस नृशंस हत्याकांड को लेकर किस मनस्थिति में हैं। बताया जाता है कि ग्रामीणों से राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का बहिष्कार करने की अपील कर रहे थे।
उनकी इस तरह की अपील पर उप मुखिया जेम्स बूढ़ को एतराज था। वह पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं करने की बात कह रहे थे।
इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ था जिसका अंजाम इतना बुरा होगा शायद किसी ने सोचा नहीं होगा।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार, पूर्व मुखिया मुक्ता होरो का आरोप है कि जेम्स बूढ़ ने समर्थकों के साथ उनके तथा पांच अन्य ग्रामीणों के घर पहुंचकर गुरुवार की रात सात बजे तोडफ़ोड़ की।
घर के सामान को पूरी तरह नष्ट कर दिया। यही नहीं घर में घुस कर महिलाओं की भी पिटाई की। इसके बाद गांव में रविवार को पंचायत बुलाई गई। इसमें तोडफ़ोड़ करने वाले नौ लोग पकड़कर लाए गए।
इसी बीच दो लोग फरार हो गए। पंचायत में विवाद इस कदर बढ़ता गया कि जेम्स बूढ़ समेत सात लोगों की पत्थलगड़ी समर्थकों ने पहले जमकर पिटाई की।
इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थक सभी को उठाकर अपने साथ गांव से एक किलोमीटर दूर जंगल ले गए। वहां सभी का गला काटकर मौत के घाट उतार दिया।