Covid के बावजूद टाटा मोटर्स में हुआ जबदस्त बोनस, जानिए कितने हुए स्थायी

टाटा मोटर्स में बोनस समझौता फाइनल हो गया है । जमशेदपुर में सबसे पहले टाटा स्टील में बोनस समझौता हुआ था। इसके बाद ही दूसरी कंपनियों में वार्त शुरू हुइ। आज टाटा मोटर्स में भी समझौता मुक्म्म्ल हो गया। यहां रही पूरी जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:32 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:07 AM (IST)
Covid के बावजूद टाटा मोटर्स में हुआ जबदस्त बोनस, जानिए कितने हुए स्थायी
टाटा मोटर्स में बोनस समझौता फाइनल हो गया है । यहां रही पूरी जानकारी।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोविड 19 के प्रकोप के बावजूद टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में जबदस्त बोनस हुआ। विश्वकर्मा पूजा के शुभ अवसर पर कंपनी प्रबंधन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच बोनस समझौते पर हस्ताक्षर हुआ।

बोनस समझौते के अनुसार कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कर्मचारियों को 10.6 प्रतिशत बोनस मिलेगा। इसमें अधिकतम 50,200 और औसतन 38,200 रुपये है। बोनस की राशि कंपनी प्रबंधन सभी कर्मचारियों के बैंक खाते में सितंबर माह के अंत तक भेज देती। वहीं, इस बार कुल 281 बाइ-सिक्स कर्मचारी स्थायी होंगे। इसमें 276 बाइ-सिक्स व पांच नर्स शामिल हैं।

गुरुवार रात एक बजे तक चली थी बैठक

टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन नेतृत्व चाहती थी कि विश्वकर्मा पूजा तक कर्मचारियों का बोनस समझौता फाइनल हो जाए। ऐसे में टाटा मोटर्स प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच गुरुवार रात एक बजे तक बोनस पर वार्ता हुई। इसके बाद शुक्रवार को भी टाटा मोटर्स के पूर्व प्लांट हेड सह वर्तमान में मैन्युफैक्चरिंग हेड एबी लाल व सीएचआरओ गिरीश वाघ के साथ दो दौर की वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई। जिसके बाद इतिहास में पहली बार कर्मचारियों का बोनस समझौता विश्वकर्मा पूजा के दिन ही फाइनल हो गया।

प्रबंधन 8.33 बोनस देने को था तैयार

यह पहले से मान कर चला जा रहा था कि कोविड का असर बोनस पर दिखेगा। टाटा मोटर्स का जमशेदपुर प्लांट लॉकडाउन के कारण काफी प्रभावित हुआ। आर्डर नहीं होने के कारण आधे से कम प्रोडक्शन हुआ। वहीं, कंपनी प्रबंधन ने पांच माह तक ठेकाकर्मियों को बैठाकर वेतन दिया। इसका सीधा असर उत्पादन लागत पर पड़ा। ऐसे में कंपनी प्रबंधन सरकारी नियम के अनुसार 8.33 प्रतिशत बोनस देने को तैयार थी लेकिन यूनियन नेतृत्व ने पूर्व की परंपरा का हवाला देते हुए कई दौर की बातचीत के बाद 10.6 प्रतिशत बोनस पर प्रबंधन को मनाने के लिए तैयार हो गई।

बोनस समझौते के बाद कर्मचारियों में जबदस्त उत्साह

कंपनी में पिछली बार 10 प्रतिशत बोनस हुआ था। उसके मुकाबले में इस 0.60 प्रतिशत अधिक बोनस कर्मचारियों को मिल रहा है। वहीं, पिछली बार 221 बाइ-सिक्स स्थायी हुए थे जिसमें इस वर्ष 60 अंक की बढाेतरी के साथ 281 स्थायीकरण होंगे। वहीं, कर्मचारियों को पिछली बार अधिकतर 46,001 रुपये और औसतन 32,900 रुपये बोनस मिला था। उसके मुकाबले इस बार अधिकतम व औसतन राशि में 4000 से 6000 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में कर्मचारियों में जबदस्त उत्साह है। बोनस समझौते के बाद प्लांट से बाहर निकलने कर्मचारियों ने शुक्रवार दोपहर होली और दीपावली दोनो एक साथ मनाई। कर्मचारियों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी और पटाखे जलाकर बेहतर बोनस का जश्न मनाया।

क्या बोले अध्यक्ष व महामंत्री

कोविड 19 में उत्पादन प्रभावित होने के बावजूद कंपनी प्रबंधन सकारात्मक रही और कर्मचारियों को बेहतर बोनस दिया है। इसके लिए प्रबंधन के सभी अधिकारियों का आभार।

-गुरमीत सिंह, अध्यक्ष, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन

कंपनी प्रबंधन, यूनियन और कर्मचारियों को विश्वास है कि प्लांट भले ही घाटे में चल रही है लेकिन एक दिन जरूर मुनाफे में आएगी। प्रबंधन-यूनियन की एकता और कर्मचारियों के धैर्य के कारण हम बेहतर बोनस कर पाएं हैं।

-आरके सिंह, महामंत्री, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन

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