हाथी के हमले में बाल-बाल बचा प्रखंड कर्मी

प्रखंड कार्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाले वीरेंद्र सिंह मुंडा जंगली हाथी की चपेट में आकर बाल-बाल बचे। दरअसल वीरेंद्र बुधवार को एरोड्रम से सटे मउरबेड़ा गांव अपने किसी रिश्तेदार के यहां गए थे..

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 09:00 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 09:00 AM (IST)
हाथी के हमले में बाल-बाल बचा प्रखंड कर्मी
हाथी के हमले में बाल-बाल बचा प्रखंड कर्मी

संवाद सूत्र, चाकुलिया : प्रखंड कार्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाले वीरेंद्र सिंह मुंडा जंगली हाथी की चपेट में आकर बाल-बाल बचे।

दरअसल वीरेंद्र बुधवार को एरोड्रम से सटे मउरबेड़ा गांव अपने किसी रिश्तेदार के यहां गए थे। शाम करीब 7 बजे जब वह मउरबेड़ा से चाकुलिया अपने मित्र के साथ स्कूटी से वापस लौट रहे थे, तभी एरोड्रम से पहले जंगल झाड़ी से भरे रास्ते में अचानक जंगली हाथी सामने आ गया। हाथी को देखते ही स्कूटी चला रहे वीरेंद्र की धड़कन तेज हो गई। घबराहट में स्कूटी सड़क किनारे गिर गई। इससे पहले की हाथी वीरेंद्र एवं उसके मित्र को चपेट में लेता, दोनों ने सड़क किनारे स्थित ट्रेंच (वन विभाग द्वारा खोदा गया गड्ढा) फांद कर जंगल की तरफ भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। क्रुद्ध हाथी ने स्कूटी को ठोकर मारा और आगे निकल गया। हाथी के जाने के बाद दोनों जंगल से निकले तथा स्कूटी उठाकर वापस घर लौटे। विदित हो कि चार दिन पहले ही इसी मार्ग पर मउरबेड़ा की महिला दुली मुंडा को जंगली हाथी ने उठाकर पटक दिया था। चारदीवारी तोड़ गोशाला में घुसा हाथी : शहर के नया बाजार स्थित पिजरापोल गोशाला में घुसकर जंगली हाथी ने बुधवार रात जमकर उत्पात मचाया। हाथी गोशाला परिसर के भीतर स्थित कंटीले तारों की घेराबंदी को तोड़ते हुए बगीचा एवं खेतों में प्रवेश कर गया और रात भर घूम-घूम कर पूरे परिसर में उधम मचाता रहा।

हाथी ने सिचाई के लिए खेतों के बीच बने पंप घर को तोड़ दिया। मकई के खेतों को रौंदा तथा बगीचे में लगे पेड़ों के सारे कटहल भी चट कर गया। गोशाला के सचिव संजय लोधा एवं प्रबंधक वीरेंद्रनाथ गिरी ने बताया कि हाथी दक्षिण की तरफ से चारदीवारी तोड़कर देर रात गोशाला परिसर में घुस गया था। झुंड से बिछड़ा बड़े दांतों वाला अकेला हाथी लगातार क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है। दहशत की वजह से गोशाला कर्मी रात में उस तरफ नहीं गए। गुरुवार सुबह देखने पर पता चला कि हाथी ने रात भर जमकर उत्पात मचाया है। उसने पक्की चारदीवारी को तीन जगह तथा कंटीले तारों की घेराबंदी को चार जगह खंभा समेत तोड़ डाला। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम गोशाला पहुंची और क्षति का जायजा लिया। हाथी गुरुवार को दिन में भी गोशाला से सटे जंगल में डाटा रहा, जिसे लेकर गोशाला कर्मी भयभीत दिखे।

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