नक्शा स्वीकृति में खातियान की अनिवार्यता पर भाजपा ने दागे सवाल, सरयू को भी घेरा
भाजपा ने नक्शा स्वीकृति में खतियान की अनिवार्यता पर सवाल उठाए हैं। पार्टी महामंत्री ने जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय को घेरा है और कहा है कि मालिकाना हक व तीसरे मत का अधिकार दिलाने वाले नेताजी की चुप्पी संदेहास्पद है।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड में बगैर खतियान के नक्शों को स्वीकृति नहीं दिए जाने पर भाजपा जिला महामंत्री ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। अपने बयान में महामंत्री राकेश सिंह ने राज्य सरकार से सवाल दागते हुए कहा है कि सरकार का फ़रमान जनता को परेशान करने वाला है। आखिर आजादी के पहले का खतियान लाने की इतनी जल्दबाज़ी क्यों?
वहीं दूसरी ओर पूर्वी के वर्तमान जनप्रतिनिधि ने लगातार चुनाव प्रचार में और चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र की जनता को मालिकाना हक दिलाने, कुछ महीने के अंदर नगरपालिका, नगर निगम बनाने का झांसा लगातार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक मालिकाना संबंधी कोई ठोस पहल ना होने व अब नक्शा स्वीकृति में खतियान प्रस्तुत करने के नियम से लोगों को मकान, मॉल व अन्य भवन के निर्माण में बड़ी समस्याएं उत्पन्न होगी, जो जनता के साथ सीधा विश्वासघात है। इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर जमशेदपुर पूर्वी विधायक के चुप्पी साधने से सिद्ध होता है कि इस निर्णय में उनका मौन समर्थन है। प्रदेश व प्रदेश के बाहर के मुद्दों पर अपना अनावश्यक सुझाव देने वाले जनप्रतिनिधि द्वारा इस मामले में कोई दिलचस्पी ना दिखाना उनकी प्राथमिकता को दर्शाता है।
नगर विकास विभाग ने जारी किया है पत्र
ज्ञात हो कि पिछले दिनों नगर विकास विभाग ने सभी निकायों के नगर आयुक्तों, नगर परिषद व नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारियों और क्षेत्रीय विकास प्राधिकार के सचिवों को इससे संबंधित पत्र भेजकर राज्य में लागू बिल्डिंग बाइलॉज के मुताबिक नक्शा स्वीकृति के लिए म्यूटेशन रसीद व रजिस्टर्ड सेल डीड के साथ संबंधित भूमि के खतियान को अनिवार्य किया है।