बेल्डीह चर्च स्कूल प्रबंधन अब विभाग पर ही मढ़ने लगा दोष, रिपोर्ट लीक करने का लगाया आरोप

Beldih church school.बेल्डीह चर्च स्कूल परिसर में सातवीं कक्षा के छात्र रिशांत ओझा के साथ सहपाठी छात्र अमिश अख्तर द्वारा मारपीट की घटना की जांच के मामले में अब बेल्डीह चर्च स्कूल प्रबंधन जांच पदाधिकारी पर दोष मढ़ने लगा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 11:52 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 05:24 PM (IST)
बेल्डीह चर्च स्कूल प्रबंधन अब विभाग पर ही मढ़ने लगा दोष, रिपोर्ट लीक करने का लगाया आरोप
जमशेदपुर स्थित बेल्‍डीह चर्च स्‍कूल की तस्‍वीर, जहां मारपीट की घटना हुई। जागरण

जमशेदपुर, जासं।  बेल्डीह चर्च स्कूल परिसर में सातवीं कक्षा के छात्र रिशांत ओझा के साथ सहपाठी छात्र अमिश अख्तर द्वारा मारपीट की घटना की जांच के मामले में अब  बेल्डीह चर्च स्कूल प्रबंधन जांच पदाधिकारी पर दोष मढ़ने लगा है। स्कूल प्रबंधन की ओर से जांच पदाधिकारी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुब्रता महतो पर रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया गया है तथा मामले को उच्च स्तरीय पदाधिकारियों के पास ले जाने का निर्णय लिया है। मालूम हो कि इससे पहले हुई जांच में स्कूल प्रबंधन अपनी ही बातों पर फंस गया था। जांच टीम के सामने स्कूली छात्रों ने ही मारपीट की घटना की सच्चाई बयां कर स्कूल प्रबंधन की झूठ को बेनकाब कर दिया था। 

स्‍कूल प्रबंधन मारपीट की घटना से कर था इंकार

दरअसल, चर्च स्कूल प्रबंधन लगातार स्कूल परिसर में छात्रों की आपसी मारपीट के आरोपों से इंकार कर रहा था। जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा फरवरी महीने में 24 घंटे के अंदर स्कूल को घटना वाले दिन के सीसीटीवी फूटेज विभाग को सौंपने का निर्देश दिया गया था। निर्देश के बावजूद स्कूल की प्रिंसिपल ने घटना से इंकार करते हुए सीसीटीवी फूटेज नहीं होने की बात लिखित रूप में शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराई थी। इसके बाद शिक्षा सत्याग्रह के संस्थापक अंकित आनंद ने मामले की जांच की गुहार राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग से लगाई।

बाल संरक्षण आयोग के निर्देश पर जांच

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय मामले की जांच करवा रहा है। जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार के निर्देश के आलोक में पिछले दिनों प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुब्रता महतो, बीपीओ राजीव शरण के नेतृत्व में विभाग की एक जांच टीम ने स्कूल पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान पक्ष रखने के लिए सभी पक्षों को भी मौजूद रहने को कहा गया था। जांच के दौरान घायल छात्र रिशांत ओझा, उनके अभिभावक रमेश ओझा, संजय ओझा समेत शिकायतकर्ता भाजपा एवं शिक्षा सत्याग्रह नेता अंकित आनंद, आजसू जिला प्रवक्ता अप्पु तिवारी के अलावे स्कूल प्रबंधन के सचिव समेत अन्य लोग मौजूद थे। हालांकि, शिक्षा विभाग के के निर्देशों की अवमानना करते हुए तत्कालीन प्राचार्या एल. पीटरसन अनुपस्थित रहीं। उनकी ओर से अधिवक्ता और स्कूल के सचिव सुजीत चंद्र दास ने पक्ष रखा।

 आरोपित ने स्‍वीकारी मारपीट की बात

 पूछताछ के क्रम में छात्र अमिश अख्तर ने बताया कि किसी बात को लेकर कॉरिडोर में रिशांत ओझा से कहा- सुनी हुई थी और स्कूल परिसर के अंदर ही उसने रिशांत ओझा को बेल्ट से मारा। अमिश ने कहा कि उसे उसदिन की घटना पर पछतावा है। छात्र रिशांत ओझा ने भी घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि स्कूल परिसर में ही उसपर बेल्ट से हमला हुआ जिससे उसकी आंखों और सिर में गंभीर चोटें आई। इलाज में लापरवाही की बात भी जांच टीम के समक्ष रिशांत ने बताई। 

 पहले घटना को नकार रहा था स्‍कूल प्रबंधन

इससे पूर्व बेल्डीह चर्च स्कूल प्रबंधन के सचिव और अन्य लोग लगातार परिसर में मारपीट की घटना होने के आरोप से इंकार करते रहे थे। स्कूल ने अपने पक्ष रखने के लिए एक सीसीटीवी फूटेज भी जांच दल को दिखाया जो कि दूसरी जगह का था। लेकिन बदकिस्मती से उक्त कैमरे में भी रिशांत ओझा पर बेल्ट से हमले का वीडियो कैद हो गया था। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुब्रता महतो ने पूछताछ में मौजूद सभी पक्षों को अपना लिखित पक्ष तीन दिनों के अंदर प्रखंड शिक्षा कार्यालय में समर्पित करने को कहा है ताकि उस आलोक में अग्रेतर कार्रवाई के लिए आयोग को अनुशंसा प्रतिवेदन समर्पित किया जा सके। स्कूल प्रबंधन की ओर से भी अपना लिखित प्रतिवेदन समर्पित नहीं किया गया है। अन्य पक्षों ने अपना लिखित प्रतिवेदन जांच पदाधिकारी को समर्पित कर दिया है।

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