Jamshedpur Crime : दयाल सिटी से गिरफ्तार बेगूसराय के अपराधी पर था 50 हजार का इनाम
हर के गोविंदपुर क्षेत्र के दयाल सिटी इलाके से रविवार देर शाम बिहार एसटीएफ के हत्थे चढ़े अपराधी राम भरोसा सिंह पर बिहार के बेगूसराय में 50 हजार रुपये का इनाम था। जमशेदपुर के गोविंदपुर के दयाल सिटी इलाके में रहता था।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शहर के गोविंदपुर क्षेत्र के दयाल सिटी इलाके से रविवार देर शाम बिहार एसटीएफ के हत्थे चढ़े अपराधी राम भरोसा सिंह पर बिहार के बेगूसराय में 50 हजार रुपये का इनाम था। जमशेदपुर के गोविंदपुर के दयाल सिटी इलाके में वह किसी परिचित रिश्तेदार के फ्लैट में लंबे समय से रह रहा था और फरारी काट रहा था। उसके स्वजन भी यहां आते-जाते थे।वह बेगूसराय के रतनपुर का निवासी है। उसके पिता का नाम रामबालक सिंह है। उसके खिलाफ दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज है।
बेगूसराय जिले की पुलिस रिकार्ड में लंबे समय से फरार चल रहा था। फरारी रहते अपहरण और हत्या के प्रयास जैसे संगीन आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवाता था। उसके खिलाफ 17 आपराधिक रिकार्ड बेगूसराय पुलिस के हाथ लगे है। लंबी फरारी के कारण राम भरोस सिंह औ उसके चार भाइयों की संपत्ति की कुर्की जब्ती की कार्रवाई बेगूसराय की पुलिस ने की थी। 13 मार्च 2020 को राम भरोस सिंह और उसके भाइयों ने ठेका पाने को लेकर बेगूसराय नगर निगम कार्यालय के सामने फायरिंग की थी जिसमें पुलिस जवान अशोक यादव, ठेकेदार मुरारी सिंह और बाबू को गोली लगी थी।
महिला वनरक्षी को खुदकुशी के लिए उत्प्रेरित करने का आरोप
जमशेदपुर : परसुडीह थाना क्षेत्र कीताडीह पोस्ट आफिस रोड निवासी सतीश प्रसाद की छोटी बहन अनुराधा कुमारी ने 11 मार्च दोपहर को खुदकुशी कर ली थी। वह मानगो वन विभाग में वनरक्षी के रूप में कार्यरत थी। सतीश की शिकायत पर अनुराधा कुमारी के होने वाले मंगेतर संदीप प्रसाद के खिलाफ खुदकुशी के लिए उत्प्रेरित किए जाने की प्राथमिकी परसुडीह थाना में दर्ज कराई गई थी।
अब तक मामले में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। घटना के 40 दिन बीत गए। आरोपित पलामू जिले के हुसैनाबाद जिले के जपला निवासी संदीप प्रसाद है जो साफ्टवेयर इंजीनियर है। अनुराधा की शादी उससे 30 अप्रैल को होने वाली थी। दोनों मोबाइल पर बातचीत करते थे। 11 मार्च की दोपहर को भी दोनों के बीच बातचीत हो रही थी। इसके बाद अनुराधा ने फांसी लगा खुदकशी कर ली। स्वजनों का आरोप है कि मंगेतर नौकरी छोड़ देने का दबाव अनुराध पर बनाता था जिसको लेकर वह तनाव में रहती थी। इस कारण उसने खुदकुशी कर ली। कार्रवाई की मांग को लेकर सतीश प्रसाद कभी एसएसपी कार्यालय तो कभी परसुडीह थाना का चक्कर काट रहे है।