एक अगस्त से ‘नाच’ पर हो जाएंगे बैंक निर्भर, 24X7 दिन होगा क्लीयरिंग, जानिए किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा
Banks Big Update ग्राहकों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसी को ध्यान में रखते हुए बैंक आधुनिक तकनीक का प्रयोग करती है। एक अगस्त से देश बर के बैंक नेशनल ऑटोमेटेड क्लीयरिंग हाउस (NACH) से भुगतान होगा।
जमशेदपुर, जासं। एक अगस्त से बैंक की कार्यप्रणाली ‘नाच’ पर आधारित हो जाएगी। नाच यानी एनएसीएच (नेशनल ऑटोमेटेड क्लीयरिंग हाउस) सर्विस 24 घंटे सातों दिन काम करेगी। इससे नौकरी करने वालों को ज्यादा फायदा होगा।
छुट्टी के दिन भी बैंक कर्मियों को मिलेंगे पैसे
अब बैंक कर्मियों को छुट्टी के दिन के भी पैसे मिलेंगे, क्योंकि उस दिन उनके हिस्से का भी काम होता रहेगा। नाच सेवा को नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया ही चलाता है। इसके जरिए ही बल्क पेमेंट, सैलरी भुगतान, शेयरधारकों को डिविडेंड देने, ब्याज का भुगतान, पेंशन ट्रांसफर करने आदि के अलावा इलेक्ट्रिसिटी, टेलीफोन, पानी आदि के हर महीने आने वाले बिल का भुगतान भी होता है।
संडे हो या मंडे, हर दिन होगा सैलरी का भुगतान
इस सेवा के शुरू हो जाने से यह रोना बंद हो जाएगा कि आज संडे या होलीडे है, तो सैलरी का भुगतान कैसे करें। अब कंपनी से लेकर आम आदमी तक अपनी हर महीने की हर पेमेंट आसानी से बिना किसी टेंशन के पूरा कर लेंगे। बैंकिंग सेक्टर के जानकारी ओमप्रकाश गुप्ता बताते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक ने भी कहा है कि ‘नाच’डीबीटी या डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर के लिए लोकप्रिय व प्रमुख माध्यम होगा। इसके माध्यम से काफी लाभुकों को सरकारी सब्सिडी पाने में मद मिलेगी। कोरोना काल में भी इससे कंपनी और आम आदमी दोनों को मदद मिलेगी। यह सेवा एक अगस्त अहर्निश शुरू हो जाएगी। रात हो या दिन, संडे हो या मंडे, होलीडे हो या सैटरडे, पेमेंट ट्रांसफर बंद नहीं होगा।
बैंकों में छुट्टी के दिन भी होगा भुगतान
बैंकिंग सेक्टर के जानकार ओपी गुप्ता का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सिस्टम (इसीएस) पहले से ही लागू है, लेकिन यह भी छुट्टी के दिनों में काम नहीं करता था। अब ऐसा नहीं होगा। बैंक, कंपनी या आम आदमी भी यदि अपना कोई प्रीमियम जमा करना चाहेगा तो छुट्टी के दिन भी कर सकेगा।
बिजली-पानी का बिल भी छुट्टी के दिन अपनी उपभोक्ता कंपनी को दे सकेगा। नाच इसीएस का ही नया रूप है। कंपनियां इसका इस्तेमाल डिविडेंड देने, सैलरी भुगतान, पेंशन के लिए कर सकेंगीं, वहीं आम आदमी इसका इस्तेमाल टेलीफोन, बिजली, पानी, लोन की किस्त, म्यूचुअल फंड एसआइपी और बीमा प्रीमियम प्रीमियम भुगतान के लिए कर सकेंगे।