बगैर शिक्षक के पढाइ, जी हां झारखंड के इस स्कूल में यह संभव है; जानिए

Jamshedpur Education. . उत्क्रमित उच्च विद्यालय जहातू में शिक्षा अधिकार अधिनियम का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन हो रहा है। यहां कक्षा नवम और दशम के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं। इन कक्षाओं में 182 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। मैट्रिक की परीक्षा सिर पर है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 11:26 AM (IST)
बगैर शिक्षक के पढाइ, जी हां झारखंड के इस स्कूल में यह संभव है; जानिए
उत्क्रमित उच्च विद्यालय जहातू में कक्षा में बैठी छात्राएं।

पोटका, शंकर गुप्ता। उत्क्रमित उच्च विद्यालय जहातू में शिक्षा अधिकार अधिनियम का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन हो रहा है। यहां कक्षा नवम और दशम के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं। इन कक्षाओं में 182 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। मैट्रिक की परीक्षा सिर पर है। यहां मॉडल टेस्ट भी बच्चों का नहीं हो पा रहा है।

इस विद्यालय में केजी से लेकर कक्षा दसवीं तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। विद्यालय में कुल 462 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्यालय में शिक्षकों की कमी की सूचना जिला प्रशासन से लेकर जिला शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी को दी गई है। वर्तमान में इस विद्यालय में मात्र दो ही शिक्षक हैं। प्रधानाध्यापक धनु मांझी का कहना है कि विद्यालय जब पूरी तरह से संचालित होगा तो पूरी तरह से अव्यवस्था उत्पन्न हो जाएगी। विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है जिसके कारण पठन-पाठन सही तरीके से नहीं हो पाता है और सुदूर ग्रामीण क्षेत्र होने से सभी बच्चे गरीब परिवार से आते हैं जो अभिभावकों द्वारा दिए हुए पैसे को बचा-बचा कर ट्यूशन से पढ़ाई कर रहे हैं।

ये है स्कूल प्रबंधन समिति का कहना

स्कूल प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष देवानंद साहू एवं स्थानीय लोगों का कहना है कि 2017 से लेकर 2021 तक चार सालों से लगातार जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, उपायुक्त जमशेदपुर, मुख्यमंत्री कार्यालय सभी को इसकी सूचना कई बार दी गई मगर अब तक एक भी शिक्षक नहीं दिया गया। कक्षा नवम एवं दशम में पढ़ने वाले विद्यालय के छात्र-छात्राएं कहते हैं कि एक-दो क्लास ही मात्र पढ़ाई होती है बाकी हमलोग पैसे इकट्ठा करके ट्यूशन पढ़ कर पढ़ाई कर रहे हैं क्योंकि विद्यालय में शिक्षक नहीं हैं।

15 मार्च तक शिक्षक नहीं दिया गया तो होगी तालाबंदी : निखिल मंडल

विद्यालय से पूर्व में सेवानिवृत्त हुए शिक्षक निखिल मंडल का कहना है कि विद्यालय को उत्क्रमित कर दिया गया मगर एक भी शिक्षक नहीं दिया गया, जबकि समय-समय पर सरकार की ओर से स्कूल चले हम अभियान के तहत बच्चों को जोड़ा गया। सब कार्य होते रहे, मगर शिक्षक की व्यवस्था नहीं की गई। इस कारण विद्यालय में मात्र दो शिक्षक के सहारे केजी से लेकर वर्ग 10 तक की पढ़ाई छात्र कर रहे हैं। एसएमडीसी के अध्यक्ष देवानंद साहू, निखिल मंडल एवं ग्रामीणों का कहना है कि 15 मार्च तक विद्यालय में शिक्षक नहीं दिया गया तो विद्यालय में तालाबंदी की जाएगी।

ये कहते अधिकारी

मामले की जानकारी उन्हें है। पोटका प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे जहातू उत्क्रमित उच्च विद्यालय तीन-तीन दिन के लिए शिक्षकों को प्रतिनियुक्त करें। दो-तीन दिन में यहां शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।

- एसडी तिग्गा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम।

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