Tokyo Olympics में कोविड चुनौतियों से सामना कर देना होगा 100 प्रतिशत : अभिनव बिंद्रा

कोरोना संक्रमण के कारण पिछली बार टोक्यो ओलंपिक को स्थगित कर दिया गया था। लेकिन इस बार भारत की ओलंपिक टीम पूरी तैयारी के साथ मैदान पर उतरने के लिए कमर कस चुकी है। ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने एथलीटों को कई सलाह दिए हैं।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:00 AM (IST)
Tokyo Olympics में कोविड चुनौतियों से सामना कर देना होगा 100 प्रतिशत : अभिनव बिंद्रा
Tokyo Olympics में कोविड चुनौतियों से सामना कर देना होगा 100 प्रतिशत

जमशेदपुर : पूरी दुनिया कोविड 19 महामारी से प्रभावित है। ऐसे में सभी खिलाड़ियों को चुनौतियों का सामना कर अपना 100 प्रतिशत देना होगा। टाटा स्टील द्वारा बुधवार को अंतराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के मौके पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इसे संबोधित करते हुए ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले सह अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक अभिनव बिंद्रा ने ये बातें कहीं। ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ शाॅट विषय पर आयोजित इस वेबिनार में अभिनव ने कहा कि चुनौतियां हमारे प्रशिक्षण का हिस्सा है। हमें उन सभी चुनौतियों को पार करते हुए साहस और धैर्य के साथ अपना प्रदर्शन करना होगा। क्योंकि कोविड 19 जैसे वैश्विक महामारी के बाद पूरी दुनिया ओलंपिक प्रतिस्पर्धा से बहुत उम्मीद कर रही है।

कड़ी मेहनत व अनुशासन से ही हासिल होगा लक्ष्य

इन प्रतिस्पर्धाओं की असली ताकत है कि यह हमारे समुदाय को आपस में जोड़ता है। ऐसे में युवाओं को भी इसके लिए तैयार होना होगा। क्योंकि ओलंपिक प्रतिस्पर्धा हमें कड़ी मेहनत, अनुशासन, जीत के लिए अपना लक्ष्य तय करना सिखाता है। तभी हम पदक जीत पाएंगे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को अपना बेहतर प्रदर्शन करने के लिए किस तरह से तैयार होना चाहिए। कैसे आत्म प्रेरणा कर अपने प्रदर्शन में सुधार करे और विजयी बने। वहीं, उन्होंने भारत में खेल संस्कृति को विकसित करने और व्यापक बुनियादी ढ़ांचे के निर्माण पर भी सुझाव दिए ताकि जमीनी स्तर पर प्रतिभा को निखारा जा सके। इस मौके पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी, ओडिसा सरकार के खेल, युवा व पर्यटन विभाग के सचिव विशाल के देव, ओडिसा नवल टाटा हॉकी हाई परफॉमेंस सेंटर के निदेशक राजीव सेठ सहित अन्य ने अपने विचार रखे।

टाटा स्टील ने विभिन्न खेल को दिया बढ़ावा

अपने संबोधन में चाणक्य चौधरी ने कहा कि टाटा स्टील एक सदी से खेल को प्रोत्साहन व अपना समर्थन दे रहा है। सर दोराबजी टाटा ने ही पहली बार वर्ष 1920 में एंटवर्प ओलंपिक में छह सदस्यीय भारतीय दल को अपने खर्चे पर भेजा था। इसके अलावा टाटा स्टील कई स्पोटर्स अकादमी का निर्माण किया। जहां फुटबॉल, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, हॉकी और क्लाइंबिंग जैसे खेलों का प्रशिक्षण दिया जाता है। अब तक टाटा स्टील की ओर से खेलने वाले खिलाड़ियों ने एक पद्म भूषण, 11 पद्म श्री, एक खेल रत्न, छह द्रोणाचार्य, एक ध्यानचंद और 42 अर्जुन पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। टाटा स्टील को भारत सरकार से दो बार प्रतिष्ठित राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार भी मिला है। हम आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय दल को शुभकामनाएं देते हैं और हमें विश्वास है कि यह हमारे देश के लिए कई पद जीतेंगे।

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