आनंद राव बीजी विलास के अध्यक्ष, महासचिव बने टी अंजी राव
Jamshedpur News बाल गणपति (बीजी) विलास कदमा का अध्यक्ष बी आनंद राव व महासचिव टी अंजी राव को बनाया गया है। पूर्व अध्यक्ष एम कनका राव को सलाहकार बनाया गया तथा ट्रस्टी के रूप में बी बापूजी को शामिल किया गया।
जमशेदपुर : सिविल एसोसिएशन कदमा द्वारा संचालित बाल गणपति (बीजी) विलास कदमा की 101वीं वार्षिक आमसभा संस्था के कार्यालय में आयोजित हुई। इसमें ट्रस्टी बी अप्पलानंद राव, वी रमना राव, सलाहकार बी बापूजी सहित कई पदाधिकारियों ने दीप प्रज्जवलन कर वार्षिक आम सभा की शुरुआत की। कोरोना एवं अन्य किसी कारण से दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी ई। बी विजय कुमार द्वारा वर्ष 2018-19 की वार्षिक आमसभा रिपोर्ट को पढ़कर सुनाया। अध्यक्ष एम कनका राव ने वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में संस्था द्वारा किए गए कार्यो को बताया। कोषाध्यक्ष पी गरीश्वर ने दो वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21 का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। इसके बाद नई कमेटी का गठन सर्वसम्मति से किया गया। सर्वसम्मति से गठित कमेटी में अध्यक्ष बी आनंद राव व महासचिव टी अंजी राव को बनाया गया है। पूर्व अध्यक्ष एम कनका राव को सलाहकार बनाया गया तथा ट्रस्टी के रूप में बी बापूजी को शामिल किया या। इस आमसभा में कोविड-19 में किए गए कार्यो के लिए कार्यकर्ता एसएनआर नायडु को सम्मानित किया गया। यह है पूरी कमेटी सलाहकार : एम कनका राव, अध्यक्ष बी आनंद राव, कार्यकारी अध्यक्ष वाई गुरुनाथ राव, ए गणपत राव, उपाध्यक्ष एम शिवमणि, डिप्टी प्रेसीडेंट वाई के शर्मा, बी बासुदेव राव, महासचिव टी अंजी राव, सहायक महासचिव वी संजीव राव, एस सत्या राव, कोषाध्यक्ष पी कृष्णा राव, सहायक कोषाध्यक्ष पी गिरीश्वर, संयुक्त सचिव के वेंकट राव, बी प्रकाश राव, एस कार्तिक राव, सहायक सचिव बी विजय कुमार, एसएनआर नायडु, के नरेश कुमार को बनाया गया है। अंकेक्षक एस कोटेश्वर राव व पी गिरिधर राव को बनाया गया। इसके अलावा 12 सदस्यों को कमेटी मेंबर बनाया गया है।पंडाल बनाकर होगी गणेश पूजाबाल गणपति विलास कदमा के नए महासचिव टी अंजी राव ने बताया कि इस बार कमेटी के सदस्यों की इच्छा है छोटा ही सही इस बार पंडाल बनाकर ही गणेश पूजा हो। गणेश उत्सव भले ही दस दिन की जगह पांच दिन का हो यह गणेश पूजा मैदान में ही होना चाहिए। इसके लिए एसडीओ से भी अनुमति मांगी जाएगी। गणेश पूजा इस बार दस सितंबर को है। मालूम हो कि कदमा गणेश उत्सव की धूम पूरे झारखंड में विख्यात है।