हंगामे के बीच नरसिंहगढ़ विद्यालय प्रबंधन समिति गठित

प्लस टू उच्च विद्यालय नरसिंहगढ़ के विद्यालय प्रबंधन समिति के पुनर्गठन को लेकर मणिशंकर नायक की अध्यक्षता में अभिभावकों की बैठक हुई। बैठक में स्थानीय प्राधिकार के सदस्य के चयन को लेकर काफी हंगामे के बाद मतदान की प्रक्रिया अपनाकर सदस्य का चुनाव किया गया..

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:30 AM (IST)
हंगामे के बीच नरसिंहगढ़ विद्यालय प्रबंधन समिति गठित
हंगामे के बीच नरसिंहगढ़ विद्यालय प्रबंधन समिति गठित

संसू, धालभूमगढ़ : प्लस टू उच्च विद्यालय नरसिंहगढ़ के विद्यालय प्रबंधन समिति के पुनर्गठन को लेकर मणिशंकर नायक की अध्यक्षता में अभिभावकों की बैठक हुई। बैठक में स्थानीय प्राधिकार के सदस्य के चयन को लेकर काफी हंगामे के बाद मतदान की प्रक्रिया अपनाकर सदस्य का चुनाव किया गया। सर्वसम्मति से विश्वनाथ बेहरा को अध्यक्ष एवं सुनीता देवी को उपाध्यक्ष चुना गया। प्रधानाध्यापक गौतम कुमार लाहा एवं बीईईओ रामनरेश राम ने समिति के गठन की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि अभिभावकों में से 12 सदस्यों का जबकि तीन शिक्षक सदस्यों का चयन किया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से सारो हेंब्रम, सोनिया हांसदा, अपर्णा सीट, बाबली बेहरा, सोमाय टूडू, मीठु बेहरा, अख्तर अली, जगन्नाथ दास, सपन मिश्रा एवं अष्टमी नामाता का चयन सदस्य के रूप में किया गया। जबकि शिक्षक सदस्य के रूप में सोनाली रजक, ममता कुमारी एवं सुशील कुमार गिरी का चयन किया गया। बाल संसद के प्रधानमंत्री राकी दास को भी सदस्य के रूप में चुना गया। स्थानीय प्राधिकार सदस्य के लिए पंसस रत्ना मिश्रा एवं मुखिया बिलासी सिंह के नाम का प्रस्ताव आया। बीईईओ के निर्देश पर मतदान की प्रक्रिया अपनाई गई। जिसमें पंसस रत्ना मिश्रा के समर्थन में 10 एवं मुखिया बिलासी सिंह के समर्थन में 2 सदस्यों ने मतदान किया। स्थानीय प्राधिकार सदस्य के रूप में रत्ना मिश्रा का चयन हुआ। बैठक में ग्राम प्रधान वासुदेव सिंह, वार्ड सदस्य रंजीत उपाध्याय सहित काफी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे। निर्माण के बावजूद शौचालय में लटक रहा ताला : स्वर्णरेखा परियोजना के बराज प्रमंडल विभाग द्वारा गालूडीह बराज डैम परिसर में पर्यटकों के लिए बनाए गए शौचालय में आज भी ताला लटका है। करीब 25 लाख रुपये की लागत से शौचालय एवं आश्रय भवन निर्माण कार्य पूरा किया गया। पर्यटकों के लिए पेयजल की व्यवस्था भी की गई है। लेकिन निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी शौचालय का ताला नही खोला गया। इससे पर्यटकों विशेषकर महिलाओं को काफी परेशानी होती है।

डैम में रोजाना सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। बुधवार को भी कई पर्यटक पहुंचे थे। पर लोगों को शौचालय, पेयजल एवं आश्रय लेने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस संबंध में बराज अंचल अधीक्षण अभियंता शिवलाल राम से पूछे जाने पर कहा कि विभाग द्वारा निर्माण कार्य तो पूरा हो गया है। लेकिन अब तक क्यों नहीं खोला गया, इसकी जानकारी नही है। कार्यपालक अभियंता को शौचालय खुलवाने के आदेश दिए गए हैं।

chat bot
आपका साथी