प्रधानमंत्री के सलाहकार अमरजीत सिन्हा ने दिया इस्तीफा, जमशेदपुर में थे सेल्स टैक्स के संयुक्त आयुक्त, चक्रधरपुर के एसडीओ भी रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार पद से इस्तीफा देने वाले अमरजीत सिन्हा का जुड़ाव जमशेदपुर से रहा है। वह चक्रधरपुर में एसडीओ के पद पर कार्यरत थे। कुछ दिन बाद उन्होंने जमशेदपुर में सेल्स टैक्स के संयुक्त आयुक्त का पद भी संभाला था।
जमशेदपुर, जासं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार रहे अमरजीत सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बिहार कैडर से 1983 बैच के आइएएस रहे सिन्हा झारखंड के जमशेदपुर में बिक्री कर (सेल्स टैक्स) विभाग में संयुक्त आयुक्त, प्रशासन (ज्वाइंट कमिश्नर, एडमिनिस्ट्रेशन) थे। वे यहां छह जुलाई 1993 से 11 अप्रैल 1994 तक रहे।
प्रधानमंत्री कार्यालय में इनकी प्रतिनियुक्त फरवरी 2020 में हुई थी। तब इनका कार्यकाल दो वर्ष का था। इस लिहाज से इन्हें फरवरी 2022 तक पद पर रहना था, लेकिन किसी कारणवश उन्होंने बीच में ही इस्तीफा दे दिया। जमशेदपुर प्रमंडल के संयुक्त आयुक्त, प्रशासन संजय कुमार प्रसाद ने बताया कि अमरजीत सिन्हा बेहद ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी हैं। अहंकार तो जरा भी नहीं था। ऐसे अधिकारी बहुत कम होते हैं। इसी वजह से वे पूरे बिहार के प्रशासनिक अधिकारियों में आज भी लोकप्रिय हैं। प्रसाद बताते हैं कि उन्हें पहली बार वर्ष 2000 में पटना के ट्रेजरी आफिस में देखा था। तब दाढ़ी रखते थे। सामान्य व्यक्ति के रूप में ट्रेजरी आफिस में किसी काम से आए थे। उनके जाने के बाद ट्रेजरी आफिसर ने बताया कि यही अमरजीत सिन्हा हैं। प्रसाद बताते हैं कि वे बेवजह किसी को परेशान नहीं करते थे, बस अपने काम से मतलब रखते थे। जमशेदपुर आने से पहले चक्रधरपुर में अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) भी रहे थे।
रांची व पटना के सेंट जेवियर कालेज से की थी पढ़ाई
अमरजीत सिन्हा जब पटना साइंस कालेज के छात्र थे, तो मेडिकल कोर्स में दाखिला के लिए उनका एम्स में चयन हो गया था। चूंकि साइंस कालेज का रिजल्ट देर से निकला, लिहाजा वे एम्स में दाखिला नहीं ले सके। अमरजीत सिन्हा के चाचा व नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी के प्रो-वीसी एमआर सिन्हा ने बताया कि अमरजीत सिन्हा के पिता स्व. आरके सिन्हा जमशेदपुर के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में अधीक्षण अभियंता थे। इसके बाद अमरजीत ने साइंस छोड़कर दिल्ली के सेंट स्टीफन कालेज में इतिहास आनर्स की पढ़ाई की और श्रेष्ठ रहे। 1983 बैच की आइएएस परीक्षा में भी इनका 12वां रैंक था। अमरजीत सिन्हा रांची के सेंट जेवियर कालेज में भी हुई थी, जिसके बाद उनके पिता का तबादला होने पर पटना के सेंट जेवियर में पढ़ाई की।
एकीकृत सिंहभूम के डीडीसी भी रहे
चक्रधरपुर के पूर्व अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) अमरजीत सिन्हा प्रधानमंत्री के सलाहकार नियुक्त किए गए हैं। सिन्हा की स्कूली शिक्षा-दीक्षा जमशेदपुर में हुई थी। 1983 बैच के आइएएस अमरजीत सिन्हा की पहली प्रतिनियुक्ति चक्रधरपुर में हुई, जिसके बाद वे अविभाजित सिंहभूम के उपविकास आयुक्त (डीडीसी) बने। तब सिंहभूम का मुख्यालय चाईबासा में था। 1990 में सिंहभूम का विभाजन हुआ, जिसमें पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और बाद में सरायकेला-खरसावां जिले का गठन हुआ।