सावधान ! बुखार को नहीं करें नजरअंदाज, जमशेदपुर में फैली ये दस बीमारी, ये रहे लक्षण
जमशेदपुर एक साथ कई बीमारियों से लड़ रहा है। इसे देखते हुए जिला सर्विलांस विभाग व आइएमए ने अलर्ट किया है। सलाह है कि अपने मन से बुखार की दवा नहीं खाएं। दो दिन से अधिक समय तक बुखार हो तो डॉक्टर से दिखाएं।
अमित तिवारी, जमशेदपुर। आपको अधिक सावधान होने की जरूरत है। जमशेदपुर शहर में एक साथ कई बीमारी फैली हुई है, जिससे बचना है। सबसे ज्यादा वायरल बुखार के मरीज मिल रहे हैं, जिसे मौसमी बीमारी भी कहा जाता है। मौसम में बदलाव होने से इस तरह के रोगी बढ़ जाते हैं। इसके साथ ही कोरोना का प्रकोप भी जारी है।
बच्चों में एमआइएससी (मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम) के मामले भी बढ़ रहे हैं। डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। वहीं, जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) को लेकर जिला सर्विलांस विभाग ने अलर्ट जारी किया है। बरसात के मौसम में जेई के मामले बढ़ने लगते हैं। इसके साथ ही हेपेटाइटिस-ए, हेपेटाइटिस-ई, प्लाजमोडियम फॉल्सिपेरम (खतरनाक मलेरिया), सामान्य मलेरिया, टाइफाइड सहित अन्य रोगियों से अस्पताल पटा हुआ है। सबसे खास बात यह है कि इन सभी बीमारियों के लक्षण में बुखार कॉमन है, लेकिन उसका कारण अलग-अलग है। फिलहाल शहर में दस तरह की ऐसी बीमारी फैली हुई है जिसका मुख्य लक्षण में बुखार शामिल हैं। इसे देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने भी लोगों को अलर्ट किया है। थोड़ी सी भी लापरवाही मंहगा पड़ सकती है।
एमजीएम के इमरजेंसी विभाग में बेड फुल
कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम के इमरजेंसी विभाग में एक भी बेड खाली नहीं है। स्थिति यह है कि मरीजों को फर्श पर लेटाकर इलाज किया जा रहा है। वहीं, मेडिकल वार्ड में भी जगह नहीं है। इसी तरह, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल, सदर अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
इन दस तरह की बीमारी से जूझ रहा शहर
1. कोरोना : अभी तक 51 हजार 730 मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं, 1054 मरीजों की मौत।
कारण : कोरोना वायरस तेजी से लोगों को संक्रमित करता है।
लक्षण : बुखार, सूखी खांसी, थकान, स्वाद चले जाना, गले में खराश सहित अन्य।
2. एमआइएससी : अभी तक 22 मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं, कई लोगों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है।
कारण : कोरोना होने के बाद बच्चों में एमआइएससी होती है। इसे पोस्ट कोविड भी कहा जाता है।
लक्षण : तेज बुखार, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, थकान, दिल की धड़कन तेज होना आदि।
3. डेंगू : बीते शुक्रवार को ही एक गर्भवती महिला में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं, एक संदिग्ध का नमूना जांच के लिए भेजा गया है।
कारण : एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह दिन में काटता है।
लक्षण : तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, शरीर पर लाल चकते, सिर दर्द, प्लेटलेट्स का लगातार कम होना।
4. सामान्य वायरल बुखार : एमजीएम में रोजाना 50 से 60 मरीज पहुंच रहे हैं।
कारण : जाने-अनजाने पीड़ित के संपर्क में आने व मौसम में बदलाव से।
लक्षण : तेज बुखार व शरीर में दर्द।
5. जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) : अभी तक एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, संदिग्ध लोगों का नमूना जांच के लिए भेजा जा रहा है।
कारण : क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से होता है। यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
लक्षण : अचानक तेज बुखार आना और बने रहना। शरीर में जकड़न, चमकी व ऐंठन।
6. प्लाजमोडियम फॉल्सिपेरम (खतरनाक मलेरिया) : रोजाना तीन से चार मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। संख्या लगातार बढ़ रही है।
कारण : मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है।
लक्षण : तेज बुखार, ठंड लगना, जोड़ों में दर्द, उल्टी महसूस होना।
7. टाइफाइड : एमजीएम में अभी चार मरीज भर्ती हैं। दूसरे अस्पतालों में भी संख्या बढ़ी है।
कारण : साल्मोनेला-टायफी बैक्टीरिया के कारण होता है। यह दूषित भोजन से शरीर में पहुंचता है।
लक्षण : कुछ अंतराल पर तेज बुखार एवं पेट व शरीर में दर्द।
8. सामान्य मलेरिया (प्लाजमोडियम वाइवैक्स) : बीते कुछ दिनों से मरीजों की संख्या बढ़ी है। गर्भवती को सावधान होने की जरूरत है।
कारण : मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है।
लक्षण : तेज ठंड के साथ बुखार व शरीर में दर्द।
9. हेपेटाइटिस-ए : यह बीमारी तेजी से फैल रही है। हर अस्पताल में मरीज मिल रहे हैं।
कारण : दूषित खानपान की वजह से यह बीमारी होती है।
लक्षण : तेज बुखार, पेट में दर्द, थकावट आदि।
10. हेपेटाइटिस-ई : बागबेड़ा में एक सप्ताह पूर्व ही एक मरीज की मौत हुई है। मरीज भी बढ़ रहे हैं।
कारण : दूषित भोजन या गंदा पानी पीने से हेपेटाइटिस-ई वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
लक्षण : बुखार, जोड़ों का दर्द, भूख में कमी, लीवर में सूजन सहित अन्य।
ये कहते डाॅक्टर
अभी कई तरह की बीमारी फैली हुई है। बुखार सामान्य लक्षण है। ऐसे में किसी को अपने मन से दवा नहीं खानी चाहिए। लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।
- डॉ. उमेश खां, फिजिशियन सह अध्यक्ष, आइएमए
बीमारियों से निपटने में विभाग जुटा हुआ है। लोग सख्ती से नियम का पालन करें। मास्क पहनने से कोरोना के साथ-साथ वायरल बीमारी से भी बचाव होगा।
- डॉ. साहिर पाल, जिला सर्विलांस विभाग