Akshaya Tritiya : अक्षय तृतीया पर 150 करोड़ का कारोबार प्रभावित, आभूषण कारोबारी उदास; शादियां भी टली

Akshaya Tritiya कोरोना की वजह से लगे आंशिक लॉकडाउन से इस बार अक्षय तृतीया का उत्साह फीका हो गया है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार करीब करीब 150 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होगा। पिछले साल भी अक्षय तृतीया पर यही हाल था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:11 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:11 PM (IST)
Akshaya Tritiya : अक्षय तृतीया पर 150 करोड़ का कारोबार प्रभावित, आभूषण कारोबारी उदास; शादियां भी टली
जमशेदपुर में करीब 60 करोड़ रुपये का एक दिन में कारोबार होता था।

जमशेदपुर, जासं। अक्षय तृतीया इस बार शुक्रवार को पड़ रहा है, जिसमें शादी-ब्याह करने का अलग शौक होता था। इससे कहीं ज्यादा सोना खरीदना शुभ माना जाता है। हर साल अक्षय तृतीया के दिन शहर के आभूषण दुकानों मेें सुबह से देर रात तक भीड़ लगी रहती थी। कई लोग तो भीड़ की वजह से एक सप्ताह पहले तक बुकिंग कर देते थे।

इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों की दुकान पर भी भीड़ रहती थी। इस बार यह सबकुछ बंद है। कोरोना की वजह से लगे आंशिक लॉकडाउन से इस बार अक्षय तृतीया का उत्साह फीका हो गया है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार करीब करीब 150 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होगा। आभूषण कारोबारी पीयूष आडेसरा बताते हैं कि कोरोना की वजह से पिछले साल भी अक्षय तृतीया पर यही हाल था। हाल के वर्षों में लोग सोने के अलावा हीरे के आभूषण भी खरीदते थे। कई तरह के छूट के आफर भी मिलते थे, लेकिन इस बार कुछ भी नहीं है। अमूमन जमशेदपुर में करीब 60 करोड़ रुपये का एक दिन में कारोबार होता था।

शादियां भी टलीं

जमशेदपुर टेंट डीलर्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन के चेयरमैन बलजीत सिंह बताते हैं कि शहर में लगभग 250 शादियां होती थीं। इसमें बड़ी शादियां होटलों में होती थीं, जबकि 50 फीसद शादियां क्लब या बैंक्वेंट हॉल और बाकी गली-मैदान में होती थीं। छोटे-छोटे टेंट कारोबारियों को इससे अच्छी आमदनी होती थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है। मई व जून तक की शादियों की बुकिंग रद कर दी गई हैं। एक शादी में औसतन तीन लाख रुपये टेंट डेकोरेटर के हिस्से में जाता था। करीब 75 करोड़ रुपये का कारोबार होता था, जबकि इस बार हमें रोटी के लाले पड़ गए हैं। साउंड-लाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव कहते हैं कि साउंड-लाइट कारोबारियों का बुरा हाल है। इसके साथ-साथ फ्लावर डेकोरेशन और डीजे-आर्केस्ट्रा के कारोबार से जुड़े व्यवसायी, कारीगर व मजदूर भुखमरी के कगार पर हैं। इनके हिस्से में करीब 30 करोड़ रुपये आता था। दो साल से हालत खराब है। सरकार ने जो शादियों की रजिस्ट्री भी बंद कर दी है। ऐसे में अक्षय तृतीया एक तारीख की तरह गुजर जाएगा।

ऑनलाइन बुकिंग कर रहे आभूषण कारोबारी

तनिष्क, रिलायंस, पीसी ज्वेलर्स समेत शहर के कारोबारियों ने ऑनलाइन बुकिंग का विकल्प खोल रखा है। पीयूष आडेसरा बताते हैं कि कोई चाहे तो उनके फेसबुक पेज या वेबसाइट पर जाकर सिक्कों की बुकिंग कर सकता है, लेकिन डिलीवरी दुकान खुलने के बाद की जाएगी। हालांकि इसमें नाममात्र की बुकिंग होने की उम्मीद है।

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