Odisha के बाद अब बंगाल में इंट्री से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट जरूरी, जानिए
RT-PCR Test Report Necessary ओडिश सरकार ने पहले ही घोषित कर दिया है कि उनके राज्य में जो भी दूसरे राज्यों से आते हैं उन्हें अपने पास आरटी-पीसीआर का टेस्ट रिपोर्ट रखना होगा। इसी तरह की बंदिशें अब पश्चिम बंगाल में भी प्रभावी हो चुकी हैं।
जमशेदपुर , जासं। कोविड 19 का प्रकोप जारी है और हर दिन लगभग चार लाख नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में रेलवे बोर्ड भी कई ट्रेनों के परिचालन को रद कर रहा है। दक्षिण- पूर्व रेलवे झारखंड को बंगाल को जोड़ने वाली दो ट्रेन स्टील एक्सप्रेस और हावड़ा बड़बिल जन शताब्दी को छह मई से बंद कर चुकी है। हालांकि, जरूरत के हिसाब से ट्रेनों का परिचालन जारी है। अपने राज्य में दूसरे शहरों से आने वाले संक्रमित मरीजों को स्थानीय सरकार मदद देगी या नहीं यह वहां की राज्य सरकार तय करती है।
संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ओडिश सरकार ने पहले ही घोषित कर दिया है कि उनके राज्य में जो भी दूसरे राज्यों से आते हैं उन्हें अपने पास आरटी-पीसीआर का टेस्ट रिपोर्ट रखना होगा। इसी तरह की बंदिशें अब पश्चिम बंगाल में भी प्रभावी हो चुकी हैं। बंगाल में चुनाव खत्म होने के बाद ममता सरकार ने अपना कामकाज भी संभाल लिया है और अब राज्य सरकार का पूरा फोकस कोविड संक्रमण को रोकने पर है। इसलिए सरकार ने घोषणा की है कि उनके राज्य में आने वाले हर एक यात्री के पास 72 घंटे पहले कराया गया आरटी-पीसीआर का प्रमाण पत्र हो। यात्रा से पहले यदि किसी भी यात्री को बुखार, खांसी, कफ, सांस लेने में तकलीफ या वे खुद सिम्टोमैटिक हैं तो ऐसे लोगों से यात्रा नहीं करने की अपील की गई है।
रिपोर्ट रखने के बाद भी होगा जांच से गुजरना
साथ ही टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव होने के बावजूद उन्हें थर्मल स्कैनिंग व कोविड टेस्ट से गुजरना होगा। फिर भी ऐसे यात्री यदि जांच में पॉजिटिव पाए गए तो उन्हें राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कोविड सेंटर में रखा जाएगा। साथ ही उन्हें कोविड नियमों का पालन भी करना होगा। इसके अलावा पश्चिम बंगाल सरकार ने उनके यहां आने वाले सभी यात्रियों को ट्रेन या स्टेशन में कोविड नियमों का पालन करने और यात्रा के दौरान भी मास्क पहनने व शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की है। उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से जारी होगा। आपको बता दें कि टाटानगर स्टेशन से होकर हर दिन लगभग एक दर्जन जोड़ी ट्रेन हावड़ा के लिए रवाना होती है। ऐसे में जो यात्री पश्चिम बंगाल जाना चाहते हैं उन्हें अपने साथ आरटी-पीसीआर की टेस्ट रिपोर्ट रखनी होगी।