Jamshedpur Alert: डेंगू, जेई के बाद अब चिकुनगुनिया की दस्तक, सीआरपीएफ जवान सहित आठ मरीज मिले
पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू जेई व चिकुनगुनिया मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच तेज करने का निर्देश सभी चिकित्सा प्रभारियों को दी गई है। मलेरिया जेई डेंगू व चिकुनगुनिया से संबंधित लोगों की जांच तत्काल करने का कहा गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। कोरोना नियंत्रण में आते ही पूर्वी सिंहभूम जिले में अब डेंगू, जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) व चिकुनगुनिया ने दस्तक दे दी है। पूर्वी सिंहभूम जिला के अलावा इसके आस-पास के जिला भी प्रभावित हो गया है। सोमवार को जिला सर्विलांस विभाग की आई रिपोर्ट के अनुसार, कुल आठ चिकुनगुनिया के मरीज मिले हैं। इसमें छह पूर्वी सिंहभूम, एक सरायकेला व एक बंगाल के मरीज शामिल हैं। सभी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में चिकुनगुनिया की पुष्टि हुई है। इसमें एक सीआरपीएफ के जवान भी शामिल हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि सीआरपीएफ जवान को डेंगू व चिकुनगुनिया दोनों है। मुसाबनी बैरक स्थित अस्पताल में ही जवान का इलाज चल रहा है। इसके अलावा पोटका, कदमा, टिनप्लेट, बिष्टुपुर व सोनारी क्षेत्र से एक-एक मरीज मिले हैं। सभी का इलाज चल रहा है। जिले में इस साल पहली बार इतने बड़े पैमाने पर चिकुनगुनिया के मरीज मिले हैं।
जांच तेज करने का निर्देश
पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू, जेई व चिकुनगुनिया मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच तेज करने का निर्देश सभी चिकित्सा प्रभारियों को दी गई है। मलेरिया, जेई, डेंगू व चिकुनगुनिया से संबंधित लोगों की जांच तत्काल करने का कहा गया है। चूंकि डेंगू व चिकुनगुनिया एक ही मच्छर एडीज के काटने से होता है। इसलिए डेंगू के मरीजों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। जिले में अभी तक 12 डेंगू व 12 जेई के मरीज मिल चुके है।
किस साल कितने मिले चिकुनगुनिया के मरीज
वर्ष : मरीज की संख्या : मौत
2011 : 331 : 00
2012 : 00 : 00
2013 : 08 : 00
2014 : 00 : 00
2015 : 00 : 00
2016 : 02 : 00
2017 : 09 : 00
2018 : 00 : 00
2019 : 19 : 00
2020 : 00 : 00
2021 : 08 : 00
डेंगू, जेई व चिकुनगुनिया मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। लोगों को इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है। विभाग भी इससे निपटने को लेकर प्रयासरत है। घर के आस-पास पानी का जमाव नहीं होने दे, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है।
- डॉ. साहिर पाल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी।