मौत के बाद कोरोना जांच शव मिल रहे पॉजिटीव, चिकित्सकों और कर्मचारियों में दहशत Jamshedpur News

बीते चार दिन में पोस्टमार्टम विभाग में 16 शवों को लाया गया। पुलिसकर्मी शवों का पंचनामा तैयार करते हैं। वहां विभाग के कर्मचारी और चिकित्सक भी खड़े रहते हैं।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 09:11 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 09:35 AM (IST)
मौत के बाद कोरोना जांच शव मिल रहे पॉजिटीव, चिकित्सकों और कर्मचारियों में दहशत Jamshedpur News
मौत के बाद कोरोना जांच शव मिल रहे पॉजिटीव, चिकित्सकों और कर्मचारियों में दहशत Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं) । हत्या, दुर्घटना, पानी में डूबने, नाले में मिले शवों को पुलिस पोस्टमार्टम हाउस या एमजीएम अस्पताल में रखवा दे रही है।कहीं भी शव मिलने और अस्पताल में होने वाले मौत के बाद शवों के कोरोना जांच कराने का आदेश हैं। बीते चार दिन में पोस्टमार्टम विभाग में 16 शवों को लाया गया। पुलिसकर्मी शवों का पंचनामा तैयार करते हैं। वहां विभाग के कर्मचारी और चिकित्सक भी खड़े रहते हैं। शवों को शीतगृह में रखवा दिया जाता हैं। कौन कोरोना पॉजिटीव और निगेटिव। बगैर जांच के तो पता नहीं चल पाता । जब जांच रिपोर्ट सामने आती हैं। मृतक कोरोना पॉजिटीव हैं। तब पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों और कर्मचारियों के होश उड़ जाते हैं।

तब तक शव के संपर्क में आने वाले की लंबी श्रृंखला बन चुकी होती हैं। वहीं पोस्टमार्टम हाउस परिसर में कोरोना पॉजिटीव के शव के साथ परिजन वाले खड़े रहते हैं। भीड़ लगी रहती हैं। पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों का ध्यान नहीं हैं। लापरवाही सामने आ रही हैं जो खतरे के संकेत हैं। गौरतलब हैं भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आइसीएमआर द्वारा कोविड-19 को लेकर पुलिस केस से संबंधित शवों का पारंपरिक तरीका पोस्टमार्टम में अपनाने की जरूरत नहीं है। ज्यादा चीरफाड़ से मुर्दाघर  के कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और शव की अंत्येष्टि करने वालों को संक्रमण का गंभीर खतरा हो सकता है।

आजादनगर के कोरोना पॉजिटीव का शव चार घंटे तक पड़ा रहा, लापरवाही बरतते रहे लोग

मानगो के आजादनगर थाना की पुलिस ने 2 अगस्त को नाले से एक युवक का शव बरामद किया जिसकी हत्या की संभावना व्यक्त करते हुए पिता ने मृतक के ससुराल पक्ष के खिलाफ मारपीट कर हत्या करने और साक्ष्य छुपाने को शव को नाले में फेंक देने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने कोरोना जांच के लिए एमजीएम अस्पताल को लिखा।सैंपल नही लिए जाने के कारण पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम विभाग में रखवा दिया। 3 अगस्त को कोरोना जांच की गई। 4 अगस्त को रिपोर्ट पॉजीटिव पाया गया। विभाग में हड़कंप मच गया। अब सभी परेशान है। पोस्टमार्टम के समय आजादनगर थाना के पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहे।

बिना एहतियात बरते परिजनों को शव दे दिया गया। कोई निजी एंबुलेंस शव को वहां से ले जाने को तैयार नहीं हुआ। चार घंटे तक शव पड़ा रहा। संक्रमित शव के पास से लोग आते-जाते रहे।केवल परिवार के पांच लोगों ने पीपीई किट पहन रखा था। सरकारी एंबुलेंस के इंतजार परिवार वाले करते रह गए। देर शाम सरकारी एम्बुलेंस लाया गया इसके बाद शव को ले जाया गया। नियमानुसार पॉजिटीव शव का दाह संस्कार कराने की व्यवस्था जिला प्रशासन के प्रतिनियुक्त अधिकारी को अपनी देखरेख में कराना हैं।

टेल्को में मारा गया बालू सप्लायर भी पाया गया था कोरोना पॉजिटीव

टेल्को महानंद बस्ती में बालू सप्लायर की हत्या 30 जुलाई को कर दी गई थी। शव एमजीएम अस्पताल में रखा गया था। वह कोरोना पॉजिटीव पाया गया। जांच से पहले उसके संपर्क में कर्मचारी, डाक्टर, पुलिसकर्मी और परिवार के लोग आ चुके थे।

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