((खेल )) खेल मंत्रालय से की कराटे को मान्यता की मांग, फेडरेशन ने रखा पक्ष

कराटे को भारत सरकार के द्वारा मान्यता देने के लिए बैठक वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से आयोजित की गई। यह बैठक संयुक्त सचिव खेल मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:05 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:05 AM (IST)
((खेल )) खेल मंत्रालय से की कराटे को मान्यता की मांग, फेडरेशन ने रखा पक्ष
((खेल )) खेल मंत्रालय से की कराटे को मान्यता की मांग, फेडरेशन ने रखा पक्ष

जासं, जमशेदपुर : कराटे को भारत सरकार के द्वारा मान्यता देने के लिए बैठक वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से आयोजित की गई। यह बैठक संयुक्त सचिव खेल मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में हुई।

बैठक में शामिल अंतरराष्ट्रीय कराटे कार सह ऑल इंडिया कराटे डो फेडरेशन के महासचिव नंदजी प्रसाद ने अपनी बातों को रखते हुए जल्द से जल्द कराटे को मान्यता देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि भारत में कराटे लोकप्रिय खेल है। प्रत्येक स्कूल, कॉलेज एवं क्लबों के साथ-साथ देश की सेना एवं देश की पुलिस भी खेल ,आत्मरक्षा एवं फिटनेस के तौर पर इसको आत्मसात कर चुकी है। आगामी टोक्यो में होने वाली ओलंपिक में भी कराटे को शामिल किया गया है। उन्होंने फेडरेशन के बारे में कहा कि इसकी स्थापना 1978 में हुई थी और 1978 में ही विश्व कराटे महासंघ से मान्यता प्राप्त हुई। भारत सरकार खेल मंत्रालय के द्वारा इसे 1987 में मान्यता दी गई। तत्पश्चात 2001 में भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त हुआ। मान्यता प्राप्त होने के उपरांत 2007 में असम नेशनल गेम्स राष्ट्रीय खेल में कराटे शामिल हुआ। इसके बाद 2011 झारखंड नेशनल गेम्स में भी भारत के कराटेकारों ने अपने शैली का जोरदार प्रदर्शन किया। झारखंड की टीम कराटे एसोसिएशन ऑफ झारखंड के नेतृत्व में खेलते हुए छह पदकों पर झारखंड के खिलाड़ियों ने कब्जा किया। पदकधारियों को तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कैस अवार्ड तथा वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र देने का कार्य किया। यह पूरी प्रक्रिया ऑल इंडिया कराटे डो फेडरेशन के तत्वधान में ही हुई।

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