देश में आने वाली है 5जी की बाढ़, टाटा-रिलायंस सहित ये स्वदेशी कंपनियां कर रही है पहल
देश में 5 जी क्रांति की आहट अभी से सुनाई देने लगी है। टाटा समूह ने पहले ही भारती एयरटेल से हाथ मिला लिया है। अब वह पैनाटोन फिनवेस्ट 1850 करोड़ रुपये से तेजस नेटवर्क में 43.3 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रही है।
जमशेदपुर : देश में जल्द ही संचार क्रांति में बाढ़ आने वाली है क्योंकि कई स्वदेशी कंपनियां 5जी संचार प्रणाली शुरू करने की दिशा में न सिर्फ काम कर रही है बल्कि बेहतर सर्विस देने के लिए शोध भी कर रही है। घरेलू और वैश्विक कंपनियों के अलावा चीन की प्रमुख कंपनी हुवई और जेटी कंपनियां भी इसमें शामिल हैं जो 5जी तकनीक को विकसित करने में लगी हुई है। तो आइए हम बताते हैं कि देश की कौन-कौन सी स्वदेशी कंपनियां है जो इस दिशा में काम कर रही हैं।
5जी संचार प्रणाली विकसित करने में ये कंपनी हैं शामिल
वैश्विक उपकरण निर्माण कंपनी एरिक्सन भी 5जी संचार प्रणाली विकसित करने की दिशा मेंं काम कर रही है। इसके अलावा टेक महिंद्रा, स्टरलाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड, आरईटीआई लिमिटेड उन भारतीय कंपनियों में शामिल है जो 5 जी विशेषताओं पर कार्यरत है। इसके अलावा टाटा समूह की सहायक कंपनी पैनाटोन फिनवेस्ट द्वारा दूर संचार उपकरण निर्माता कंपनी, तेजस नेटवर्क भी इस दौड़ में शामिल है।
पैनाटोन में टाटा समूह खरीद रही है हिस्सेदारी
आपको बता दें कि टाटा समूह की कंपनी पैनाटोन फिनवेस्ट 1850 करोड़ रुपये से तेजस नेटवर्क में 43.3 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रही है। इसके लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग में कंपनी की ओर से नियामक फाइलिंग की गई है। तेजस ने कहा है कि भारत और वैश्विक बाजारों में दूरसंचार क्षेत्र में 5जी और फाइबर आधारित ब्रॉड बैंड रोलआउट निवेश करने के साथ इस क्षेत्र में बड़ा अवसर के रूप में देख रही है।
रिलायंस ने भी की है साझेदारी
देश में 5जी के सफल क्रियान्वयन के लिए जून माह में टेलीकॉम क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री द्वारा जियो कंपनी ने अमेरिकी चिपसेट निर्माता कंपनी क्वालकॉम के साथ साझेदारी की है। जियो ने स्वदेशी रूप में 5जी रेडियो को भी जियो के 5जी कोर नेटवर्क के साथ एकीकृत किया है। बाजार विशेषज्ञों की माने तो टेक महिंद्रा कंपनी भी 5जी नेटवर्क और तकनीक के क्षेत्र में काम कर रही है।
भारती एयरटेल ने टाटा समूह के साथ की है साझेदारी
टेलीकॉम स्पेस में दो स्वदेशी कंपनियों ने पिछले दिनों हाथ मिलाया है। इसमें भारती एयरटेल और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज शामिल है। जो जनवरी 2022 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 5जी नेटवर्क को देश के कुछ चुनिंदा शहरों में शुरू करेगी। सफल होने पर इसका वाणिज्यिक उपयोग शुरू किया जाएगा। आपको बता दें कि टीसीएस एयरटेल के लिए विकसित किए गए 5जी समाधानों को लागू करेगी। टाटा समूह ने दूरसंचार के क्षेत्र में ओपन-रेडियो एक्सेस नेटवर्क (ओ-आरएएन) का उपयोग करते हुए 5जी समाधान विकसित करने की योजना है। इस साल की शुरुआत में, भारती एयरटेल ने घोषणा की कि वह लाइव 5जी सेवा को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने वाला देश का पहला दूरसंचार सेवा प्रदाता बन गया है। जिसका प्रदर्शन हैदराबाद में हुआ।
वोडाफोन आइडिया भी प्रयासरत
हालांकि वोडाफोन आइडिया ने जून माह में मौजूदा 4जी नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए सिस्को के साथ समझौता किया है जो भविष्य में अपने ग्राहकों को बेहतर गुणवत्तायुक्त सेवाएं देगी।