Cyber Crime: साफ्टवेयर इंजीनियर से ठगे गए 50 लाख रुपये साइबर ठग ने जिस खाते में स्थानांतरित कराए उस खाते में मात्र एक रुपया

50 लाख रुपये जिसके खाते में साइबर ठग ने स्थानांतरित कराए थे वह खाता हरियाणा निवासी विनीत जोशी के नाम से है और खाता इंड़सइंंड बैक का है। खाते को पुलिस ने फ्रीज कराया था। खाता कुछ दिन पहले ही खाेला गया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 03:10 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 03:10 PM (IST)
Cyber Crime: साफ्टवेयर इंजीनियर से ठगे गए 50 लाख रुपये साइबर ठग ने जिस खाते में स्थानांतरित कराए उस खाते में मात्र एक रुपया
जानकारी मिली कि खाते में वर्तमान में मात्र एक रुपया ही शेष है।

जमशेदपुर, जमशेदपुर : कदमा निर्मल कालोनी निवासी साफ्टवेयर इंजीनियर अमरनाथ खां से उसकी पुत्री का मेडिकल में नामांकन कराने और अंक बढ़ाने का झांसा देकर 50 लाख रुपये की ठगी किए जाने की प्राथमिकी बिष्टुपुर साइबर थाना में दर्ज की गई थी। इसकी जांच में पुलिस ने पाया कि 50 लाख रुपये जिसके खाते में साइबर ठग ने स्थानांतरित कराए थे वह खाता हरियाणा निवासी विनीत जोशी के नाम से है और खाता इंड़सइंंड बैक का है। खाते को पुलिस ने फ्रीज कराया था। खाता कुछ दिन पहले ही खाेला गया था।

खाते की जांच में पुलिस ने जानकारी मिली कि खाते में वर्तमान में मात्र एक रुपया ही शेष है। बाकी राशि ठग ने जैसे ही उसके खाते में 50 लाख रुपये स्थानांतरित हुए उसे दूसरे खाते में स्थानांतरित कर चुका था। वहीं अमरनाथ खां ने ठग को जो रुपये खाते में भेजे थे। रुपये को उसने अपनी मां हीरा देवी की खाते से भेजा था। अमरनाथ की पुत्री 12 सितंबर को नीट की परीक्षा में शामिल हुई थी। इससे पहले फॉर्म भरने के बाद 20 अगस्त को उनके मोबाइल नंबर पर नीट के हेल्पलाइन नंबर, जो इंटरनेट में है उससे फोन आया था। कॉल करने वाले ने कहा कि वह नीट का परीक्षा कंट्रोलर बोल रहा है। पुत्री ने जो मनपसंद सेंटर के लिए चार विकल्प दिए थे, उसमें आपका परीक्षा केंद्र जमशेदपुर दिया जाता है। जब पुत्री का एडमिट कार्ड आया तो परीक्षा केंद्र जमशेदपुर मिला।

मोबाइल पर भेजे पूरे दस्तावेज

पुत्री की परीक्षा के बाद 14 सितंबर को उनके मोबाइल पर एक दूसरे मोबाइल नंबर से फोन आया, जिसमें कॉल करने वाले ने बताया कि जो कहा था उसी अनुसार सेंटर मिला था ना। बाकायदा उनकी बेटी का पूरा दस्तावेज, जो फॉर्म भरने के लिए जमा किया था, उसे उनके वाट्सएप नंबर पर भेजा। 30 सितंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कहा कि वह अंक बढ़ा सकता है, लेकिन इसके लिए 50 लाख रुपये जमा करने होंगे। झांसे में आकर फोन करने वाले ने जो खाता नंबर दिया था, उसमें 50 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे।

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