Indian Railways : सीकेपी मंडल में 40 कर्मचारी की मौत, 1000 से ज्यादा हो चुके हैं कोरोना संक्रमित
Indian Railwaysचक्रधरपुर मंडल में कोरोना संक्रमण से अब तक 40 रेल कर्मचारियों की मौत हो चुकी है जबकि 1000 से अब तक संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सभी रेल कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर माने करे।
जमशेदपुर, जासं। चक्रधरपुर मंडल में कोरोना संक्रमण से अब तक 40 रेल कर्मचारियों की मौत हो चुकी है जबकि 1000 से अब तक संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सभी रेल कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर माने और प्राथमिकता के आधार पर उनके लिए वैक्सीन की व्यवस्था करे।
दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के कार्यवाहक महामंत्री शशि मिश्रा का कहना है कि कोविड संक्रमण का जब पहला वेब आया था तब केंद्र सरकार ने संपूर्ण लॉकडाउन कर दिया था। जिसके कारण ट्रेनों के पहिए भी रुक गए थे। लेकिन सेकेंड वेब आने पर केंद्र सरकार ने अब तक तो स्पष्ट कर दिया है कि वे पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाएगी और इसका निर्णय राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है। साथ ही विभिन्न राज्यों में खाद्यान्न की आपूर्ति हो लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन हो या फिर ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाना हो, रेलवे के कर्मचारी हर मोर्चे पर आगे बढ़कर अपनी सेवा दे रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार केवल आरपीएफ और मेडिकल स्टाफ को ही अब तक फ्रंटलाइन वर्कर माना है। ऐसे में हमने सरकार से हर एक रेल कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन देने की मांग की है। इस संबंध में हमने सरकार को पत्र भेजकर पहले ही अवगत करा दिया है।
रनिंग स्टाफ सबसे ज्यादा संक्रमित
बकौल शशि मिश्रा, रेलवे में हमारे रनिंग स्टाफ (ड्राइवर व गार्ड) सबसे ज्यादा संक्रमित होते हैं क्योंकि ड्यूटी करने के बाद वापसी तक इन्हें रिटायरिंग रूम में रुकना होगा। कॉमन शौचालय का उपयोग करना होगा। जहां देश के कोने-कोने से ड्राइवर और गार्ड आते हैं। रनिंग स्टाफ की ड्यूटी का कोई समय निर्धारित नहीं रहता। ऐसे में पूरी तरह से आराम नहीं मिलने के कारण वे ब्लड प्रेशर और शुगर की परेशानी होती है। इस कारण रनिंग कर्मचारी सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं।
दूसरे कर्मचारी भी हो रहे हैं संक्रमित
शशि मिश्रा का कहना है कि रनिंग स्टाफ के अलावा एसी स्कॉट टीम, टिकट निरीक्षक, बुकिंग क्लर्क, स्टेशन मास्टर भी ऐसे है जहां हर दिन सैकड़ों यात्रियों के संपर्क में आते हैं और इसी वजह से ये सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं।