स्पर्श विधि उपचार शिविर में हुआ 200 लोगों का इलाज
जायसवाल समाज के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय स्पर्श विधि उपचार शिविर के दूसरे दिन रविवार को भी लगभग दो सौ से अधिक लोगों का उपचार किया गया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)।जायसवाल समाज के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय स्पर्श विधि उपचार शिविर के दूसरे दिन रविवार को भी लगभग दो सौ से अधिक लोगों का उपचार किया गया। चंडीगढ़ से आए विरेंद्र शर्मा इस शिविर के माध्यम से सर्वाइकल, माइग्रेन, स्लीप डिस्क, स्पांडलाइटिस, साइटिका, अर्थाराइटिस, सिस्ट, फाइबर, पीसीओडी जैसी समस्या से पीडि़त लोगों का इलाज किया। सोमवार को शिविर का समापन होगा और शिविर दोपहर 12 बजे तक चलेगा। शिविर के पश्चात विरेंद्र शर्मा चंडीगढ़ लौट जाएंगे। इस शिविर के जरिए पक्षाघात से पीडि़तों का इलाज भी हुआ और गैस (वायु विकार से पीडि़त) मरीजों का भी इलाज हुआ। इस शिविर से लगभग आठ साल से लेकर 75 साल तक की उम्र के लोगों ने लाभ लिया।
शहर अच्छा और शहरवासी भी अच्छे : शर्मा
स्पर्श विधि विशेषज्ञ विरेंद्र शर्मा ने कहा कि टाटा का बसाया हुआ जमशेदपुर एक साफ सुथरा और अच्छा शहर है। यहां के निवासी भी काफी अच्छे और मिलनसार हैं। इस शहर में जोड़ों के दर्द की समस्या औसतन है। जबकि अन्य जटिल समस्या के मरीज कम हैं।
शहर में सार्वजनिक प्रयास सफल : ज्ञान
जायसवाल समाज के अध्यक्ष ज्ञान चंद्र जायसवाल ने कहा कि स्पर्श विधि से उपचार का प्रथम सार्वजनिक प्रयोग और प्रयास सफल रहा है। इस शिविर से तीन दिन में लगभग 600 लोग लाभान्वित होंगे। यह बड़ी उपलब्धि है। भविष्य में भी इस तरह के शिविरों का आयोजन किया जाएगा। शिविर में दुखुराम जायसवाल, श्याम नारायण जायसवाल, प्रभुजी, शैलेंद्र जायसवाल, पंकज जायसवाल, सुनीता जायसवाल, संतोष गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।