स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी की मनी 118वीं जयंती

दारू : बिहार-झारखंड की महान स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी की 118वीं जयंती स्थानीय सरस्वती उच्च व

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Feb 2019 08:24 PM (IST) Updated:Tue, 05 Feb 2019 08:24 PM (IST)
स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी की मनी 118वीं जयंती
स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी की मनी 118वीं जयंती

दारू : बिहार-झारखंड की महान स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी की 118वीं जयंती स्थानीय सरस्वती उच्च विद्यालय में मनाया गया। विद्यालय परिसर में स्थापित प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर और माला पहनाकर स्वतंत्रता सेनानी को याद किया गया। इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानी की पुत्र वधु शारदा सिन्हा और पौत्र भैया मारुति शरण सहाय, रघवेन्द्र सहाय, दारू मुखिया चिन्ता देवी, ईरगा पंचयात मुखिया त्रिलोकी प्रसाद यादव, विद्यालय के प्रधानाध्यापक ताजुद्दीन अहमद के द्वारा देवी की प्रतिमा पर माल्याआर्पन कर श्रद्धांजली अर्पित की गई। इस मौके पर भैया मारुति शरण सहाय ने देवी जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरस्वती देवी का जन्म पांच फरवरी 1901 में ह•ारीबाग के बिहारी मन्डप के पास हुआ था। उनके पिता संत कोलम्बस कॉलेज के प्रोफेसर राय चौधरी बिशुन दयाल लाल सिन्हा थे। उनका विवाह 1913 में दारू निवासी भैया बैजनाथ सहाय के पुत्र भैया केदारनाथ सहाय के साथ हुआ। बचपन से ही सरस्वती देवी समाजिक अन्धविश्वास समेत विभिन्न् प्रकार की कुरुतियो के खिलाफ आवाज बुलन्द करती रही। उन्होंने देश की आजादी का बिगुल फुका और ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेकने के लिए कई बार जेल भी गयी। वर्ष से समाज में चली आ रही परदा प्रथा को समाप्त करने का ठान ली और उसके खिलाफ ह•ारीबाग में आन्दोलन भी चलाया।श्रधांजलि देने वालो मे उनके परिवार के सदस्य पोत्र मारुति शरण, राघवेन्द्र शरण सहाय, भैया सुकेश सहाय, भैया अनुपम कुमार, पोत्र वधु मीणा नारायन, दीपा सहाय, दिव्या शालिनी, पोत्रि दीप्ती सिन्हा, रविन्द्र सिन्हा, भैया जितेन्द्र् नारायण प्रसाद, बजरंग सहाय, राहुल सिन्हा, आजाद विधालय के शिक्षक कामे‌र्श्व ¨सह, राजेन्द प्रसाद यादव, महादेव ठाकुर, अरशद खान, राजीव कुमार ¨सह, प्रकाशचन्द्र प्रभाकर के अलावे छात्र छात्राये और कई गणमान्य जन उपास्थित थे।

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