स्वच्छता विकसित देशों की पहचान: कृतिका
कैंपस की खबरें मुख्य खबर----------- कॉलेज को ग्रीन एवं क्लीन बनाना विषयक आनलाइन कार्यशाल
कैंपस की खबरें मुख्य खबर----------- कॉलेज को ग्रीन एवं क्लीन बनाना विषयक आनलाइन कार्यशाला संपन्न
पौधारोपण,कचरा प्रबंधन जल संरक्षण और ऊर्जा संरक्षण पर दिया गया जोर
संवाद सहयोगी
हजारीबाग : भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के महात्मा गांधी नेशनल काउंसिल ऑफ रूरल एजुकेशन की प्रायोजित एवं स्थानीय मार्खम कॉलेज के तत्वाधान में 'स्वच्छता का महत्व: कॉलेज को ग्रीन एवं क्लीन बनाना' विषयक एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला हुआ। कार्यशाला को संबोधित करते हुए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधि कृतिका पुनिया ने कहा कि स्वच्छता विकसित देशों की पहचान है, इसलिए हमें स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। स्वच्छता अभियान के तहत हमें पांच चीजों पर विशेष ध्यान देना जरूरी है, जिसमें सेनेटरी एवं हाइजीन, वृक्षारोपण, कचरा प्रबंधन जल संरक्षण एवं ऊर्जा संरक्षण जरूरी है। कॉलेज के सभी एनएसएस के स्वयंसेवकों से स्वच्छता पर खुलकर बातें की। उन्होंने स्क्रीन डिस्प्ले कर बच्चों को स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। कॉलेज के एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर बीएन सिंह ने कहा कि स्वच्छता राष्ट्र धर्म है तथा इस कॉलेज के सभी एनएसएस के स्वयंसेवक अनुशासन एवं राष्ट्र धर्म से जुड़े हुए हैं। कॉलेज के बच्चों एवं अनुशासन से प्रेरित एवं भावात्मक होकर कृतिका पुनिया ने कहा कि हमें बार-बार इन बच्चों से जुड़ने का मन करता है। इस कार्यशाला में शिक्षकों में मुख्य रूप से हिदी विभागाध्यक्ष डॉ एडी सिंह, बीजेएमसी के शिक्षक नवजीत शाहदेव समेत स्वयंसेवकों में मुख्य रूप से संगीता कुमारी, प्रगति प्रेरणा, राजलक्ष्मी, स्नेहाश्री, राखी कुमारी, सलोनी कुमारी, नेहा चौहान, रंजय कुमार श्रवन कुमार, दानिश पटेल, राजेंद्र यादव, तेजवंत कुमार, अरविद कुमार, शिवा कुमार, कृष्णा कुमार, विष्णु कुमार, राहुल कुमार, सुशील मोदी, अमित कुमार, सचिन, राहुल, राकेश, लालकिशोर ,दीपक कुमार गुप्ता, गोपाल, गौरव ,कार्तिक, अविनाश कुमार समेत कई स्वयंसेवक उपस्थित थे।