अब तक शुरू नहीं हुई छठ घाटों की सफाई

लीड-------- नगर निगम प्रशासन सक्रिय नहीं झील में लगा जलकुंभियों का अंबार संवाद सहयोगी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 08:39 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 08:39 PM (IST)
अब तक शुरू नहीं हुई छठ घाटों की सफाई
अब तक शुरू नहीं हुई छठ घाटों की सफाई

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नगर निगम प्रशासन सक्रिय नहीं,

झील में लगा जलकुंभियों का अंबार संवाद सहयोगी हजारीबाग : दुर्गा पूजा समाप्त हो चुका है। अब चहुंओर दीपावली एवं छठ के आयोजन को लेकर चर्चा जारी है। लेकिन यदि बात करें शहर के छठ घाटों की स्थिति की, तो वह काफी दयनीय है। शहर की हृदयस्थली कही जानेवाली झील का दम जहां जलकुंभियों से घुट रहा है तो वहीं विभिन्न तालाबों पर स्थित छठ घाट कचरों से पटे हुए हैं। नगर निगम प्रशासन ने अब तक छठ घाटों की सफाई का संज्ञान नहीं लिया है। ऐसे में शहरवासी छठ पूजा के आयोजन को लेकर चिता जाहिर कर रहे हैं।

जलकुंभियों से पटा है झील

शहर की हृदयस्थली कही जानेवाली झील पूरी तरह से जलकुंभियों से पटी हुई है। लेकिन इसकी सफाई की चिता सैरात की बंदोबस्ती करनेवाला मत्स्य विभाग हो या नगर निगम प्रशासन किसी को भी नहीं है। यही कारण है कि अब तक झील की सही ढंग से सफाई नहीं की गई है। हालांकि कुछ सामाजिक संगठनों के द्वारा झील की सफाई का कार्य किया जाता है, लेकिन झील के विस्तार को देखते हुए वह पर्याप्त नहीं सिद्ध हो पाता है। ऐसे में अब जिला प्रशासन व नगरीय प्रशासन से ही झील की सफाई की उम्मीद शहरवासी कर रहे हैं। अब भी यदि द्रुत गति से झील की सफाई का कार्य प्रारंभ नहीं कराया गया तो छठ तक सफाई पूरी हो पाना संभव नहीं होगा।

कचरों से पटे हैं शहर के तालाबों के छठ घाट

शहर के मीठा तालाब, बुढवा महादेव तालाब, हुरहुरू तालाब, खजांची तालाब, छठ तालाब, ओकनी तालाब सहित विभिन्न तालाबों के छठ घाटों की स्थिति काफी दयनीय है। छठ घाट कचरों से पटे हुए हैं। वहीं कई तालाबों में मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन किया गया था, उसके अवशेष भी अब तक यूं ही पडे हुए हैं। ऐसे में लोगों के लिए कचरों से पटे हुए घाटों पर छठ कर पाना काफी मुश्किल साबित होगा। -----------------------

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वर्तमान में नगर निगम प्रशासन पूरी तरह से आंतरिक कलह में उलझा है। इस कारण शहरवासियों को बेहतर नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर प्रशासन उदासीन है। इस कारण अब तक शहर के छठ घाटों की सफाई नहीं हो पाई है।

- नीरज कुमार, हुरहुरू ।

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नगर निगम प्रशासन की प्रशासनिक व्यवस्था बुरी तरह से फेल हो चुकी है। नगर प्रबंधक शहर की साफ-सफाई व अन्य नागरिक सुविधाओं की ओर ध्यान देने के बजाए ज्यादा समय कार्यालय में व्यतीत करते हैं। जबकि निगम के वरीय अधिकारियों का ध्यान शहरवासियों के लिए नागरिक सुविधा बहाल करने के ज्यादा आर्थिक लाभ लेने में रहता है। इस कारण शहर में जहां तहां गंदगियों के अंबार लगे हैं और छठ घाटों की सफाई नहीं हो पाई है - विवेक कुमार, रामनगर ।

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दीपावली व छठ पूजा में अब समय नहीं बचा है। लेकिन नगर निगम प्रशासन के द्वारा अब तक सफाई नहीं प्रारंभ किया जाना उसकी उदासीनता को दर्शाता है। लोगों को ऐसी नगर निगम प्रशासन का विरोध करना चाहिए। - रूपलाल गोप।

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हिदू आस्था का प्रमुख पर्व छठ के आयोजन को लेकर नगर निगम के द्वारा अब तक घाटों की सफाई नहीं किए जाना बड़ी ही दु:खद है। नगर निगम प्रशासन को इस पर संज्ञान लेकर जल्द छठ घाटों की सफाई प्रारंभ करानी चाहिए।

- वैद्यनाथ राम।

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