भक्तों को आशीर्वाद देकर विदा हुईं मां दुर्गे
लीड---------- अश्रुपूर्ण नेत्रों से दी गई मां को विदाई महिलाओं ने खेली सिदूर की होली हजार
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अश्रुपूर्ण नेत्रों से दी गई मां को विदाई, महिलाओं ने खेली सिदूर की होली
हजारीबाग : शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन भक्तों ने मां दुर्गा के नवम रूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना कर अपने व्रति से सिद्ध होने व परिवार की सुख शांति का आशीर्वाद मांगा। इससे पूर्व पूरे विधि-विधान के साथ नवमी तिथि को मां दुर्गा के नवम रूप मां सिद्धिदात्री की पूजा, अर्चना एवं हवन-आरती के बाद कन्या भोजन कराने के बाद नवरात्र की साधना संपन्न हुई। इसके बाद दसवीं तिथि को विभिन्न पूजा पंडालों के द्वारा गाजे-बाजे के साथ मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। वहीं विसर्जन जुलूस में शामिल महिलाओं ने सिदूर की होली खेलकर मां को विदाई दी।
शारदीय नवरात्र की अंतिम तिथि नवमी को शहर के सभी पूजा पंडालों में विधिवत पूजन के उपरांत विभिन्न सामग्रियों से मां दुर्गा का हवन किया गया। इसके उपरांत आरती की गई। उसके बाद उपस्थित भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। इस बीच पूजा समितियों के सदस्यों के द्वारा कन्या भोजन भी कराया गया।
दसवीं को किया गया मां की प्रतिमा विसर्जन
शारदीय नवरात्र की समाप्त होने पर दसवीं तिथि को शहर के पूजा पंडालों के द्वारा पूरे धूमधाम से गाजे-बाजे व जुलूस के साथ मां की प्रतिमा का विसर्जन शहर के छठ तालाब एवं हुरहुरू जोडा तालाब सहित प्रशासन के द्वारा निर्धारित स्थानों पर विसर्जित की गई। इस दौरान मौजूद भक्तों ने मां शेरावाली के गीतों-भजनों व नारों से शहर को गुंजायमान कर दिया। वहीं विसर्जन जुलूस में बडी संख्या में महिलाएं एवं युवतियां भी शामिल हुई। जुलूस में शामिल महिलाओं ने मां की विदाई के समय सिदूर की होली खेलकर मां को विदाई दी।