एक दूसरे से गले मिलकर की गई क्षमायाचना
बाटम व बाटम क्षमावाणी पर्व के साथ 10 दिवसीय पर्यूषण महापर्व का हुआ समापन जासं हजारीबाग स्था
बाटम
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क्षमावाणी पर्व के साथ 10 दिवसीय पर्यूषण महापर्व का हुआ समापन
जासं, हजारीबाग : स्थानीय बाड़म बाजार दिगंबर जैन मंदिर में मंगलवार प्रात: 7:30 बजे सामूहिक जिनेंद्र अभिषेक, पूजन, पाठ का कार्यक्रम हुआ। प्रात: 8:00 बजे रत्नत्रय व्रतधारी को समाज के अध्यक्ष धीरेन्द्र सेठी, महामंत्री एवं पदाधिकारीगण ने तिलक माला पहनाकर सम्मानित किया। दोपहर 2: 30 बजे बड़ा बाजार दिगंबर जैन मंदिर में भगवान महावीर का अभिषेक एवं शांति धारा किया गया। भव्य महाआरती के पश्चात संध्या 4:00 बजे विश्व मैत्री दिवस व क्षमावाणी पर्व मनाया गया। सभी समाज के धर्म प्रेमी बंधु ने क्षमा याचना एक दूसरे से गले मिलकर किया। यह दशलक्षण पर्व क्षमा से शुरू होकर क्षमावाणी पर्व के साथ समाप्त हुआ। पंडित संजीव जी ने कहा की क्षमा वाणी के दिन वैभव को मिटा कर गले लगाने का दिन है। यह दिलों का पर्व है, यह आत्मा को निर्मल बनाने का पर्व है। पंडित जी ने कहा कि आत्म निरीक्षण ही भला, सब धर्मों का सार, पर्यूषण पर्व यह कहे अपने को पहिचान लो यही धर्मों का सार। दस लक्षण महापर्व के इस पावन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने खूब धर्म का लाभ लिया। प्रात: जोर सोर से संगीतमय पूजन करके स्वंय को धन्य किया, दोपहर तत्वार्थ सूत्र के प्रत्येक सूत्र के गूढ़ से गूढ़ रहस्यों को सरलतम ढंग से समझा, वास्तव में ऐसा अवसर पहली बार आया कि समाज के सभी वर्गों के लोग प्रवचनो को घण्टो घंटो सुन करके प्रमुदित हो रहे है। दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष व महामंत्री पवन अजमेरा ने सभी अनुसंगीक संस्थाओं को एवं पदाधिकारी गण को दशलक्षण पर्व को सफल बनाने सभी को धन्यवाद दिया ,आभार व्यक्त किया। श्री जी के माला प्राप्त करने का सौभाग्य प्रदीप कुमार रोशन कुमार अजमेरा को प्राप्त हुआ। सांगानेर से आए विद्वान पंडित प्रख्यात संजीव जी का दस दिनों तक भक्तगण ने उनके अमृत मंगल वाणी को बहुत ही अच्छे ढंग से सुना उनकी वासनाओं को रसपान किया।दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष व महामंत्री पवन अजमेरा ने उन्हें तिलक, मेमटो प्रशस्ति पत्र देकर विदाई दी। मीडिया प्रभारी विजय लुहाड़िया ने बताया कि यह पर्यूषण महापर्व हम सबके बीच अंहिसा का संदेश लेकर आता है। अध्यक्ष धीरेंद्र सेठी ने कहा कि साधना और संयम की आराधना का यह पर्व है, आत्म शुद्धि का यह पर्व है। महामंत्री पवन अजमेरा ने बताया कि यह दशलक्षण पर्व हमारे जीवन में नए उत्साह की किरण को जागृत करता है ।