मेडिकल कॉलेज में नामांकन को लेकर जगी उम्मीद

लीड------------- एनएमसी की टीम पहुंची एसबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल किया गहन निरीक्षण दिए क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 08:04 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:04 PM (IST)
मेडिकल कॉलेज में नामांकन को लेकर जगी उम्मीद
मेडिकल कॉलेज में नामांकन को लेकर जगी उम्मीद

लीड-------------

एनएमसी की टीम पहुंची एसबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, किया गहन निरीक्षण, दिए कई निदे4श

संस, हजारीबाग : नेशनल मेडिकल कमीशन की दो सदस्यीय टीम ने सोमवार को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची। जहां टीम ने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का गहन निरीक्षण किया। इससे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नामांकन को लेकर विद्यार्थियों में नई उम्मीद जगी है। गौरतलब है कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों के नामांकन को लेकर अब तक नेशनल मेडिकल कमीशन से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। इस क्रम में मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण प्राचार्य के द्वारा विगत दिनों भेजे गए शपथ पत्र के आधार पर किया जा रहा है। नेशनल मेडिकल कमीशन की दो सदस्यीय टीम ने दो दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के पहले दिन कॉलेज एवं अस्पताल दोनों का एकसाथ निरीक्षण प्रारंभ किया। टीम में से एक ने मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने कॉलेज के विभिन्न विभागों यथा एनाटोमी , फिजियोलॉजी, लाइब्रेरी सहित अन्य सभी विभागों का गहन निरीक्षण किया। इसके बाद टीम ने डाक्टरों की गिनती एवं उनके मूल सर्टिफिकेट्स का वेरीफिकेशन किया। वहीं टीम की दूसरे सदस्य ने अस्पताल का गहन निरीक्षण किया। इस क्रम में एनएमसी की टीम ने अस्पताल के विभिन्न विभागों की जांच की। साथ ही सभी वार्ड का भी निरीक्षण किया। इस क्रम में केंद्रीय निबंधन केंद्र, ओपीडी, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी, क्रिटिकल पैथोलॉजी, केंद्रीय इमरजेंसी , स्त्री रोग विभाग, सर्जरी विभाग, हड्डी रोग विभाग, नेत्र विभाग, मेडिसिन विभाग, ईएंडटी विभाग, चर्म रोग विभाग सहित अन्य विभागों का निरीक्षण किया।

फैकल्टी मेंबर्स की है कमी

मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल के नेत्र विभाग एवं मेडिसिन विभाग को छोडकर बाकी के सभी विभागों स्त्री रोग विभाग, हड्डी रोग विभाग, सर्जरी विभाग में विभागाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की जा सकी है। हालांकि कार्य निवर्हन के लिए वर्तमान में विभागाध्यक्ष जिम्मेवारी प्रोफेसर के बजाए असिस्टेंट प्रोफेसरों को दी गई। वहीं निरीक्षण के क्रम में सीनियर रेजीडेंट की घोर कमी पाई गई। जानकरों की माने तो वर्तमान में केवल छ: एसआर ही कार्यरत हैं। एसआर की 47 प्रतिशत डिफिसिएंसी पाई गई है। बताते चलें कि अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में दोनों स्थानों अस्पताल एवं कॉलेज में निरीक्षण की वीडियोग्राफी की गई। एनएमसी की टीम आज मंगलवार को निरीक्षण कार्य पूरा करने के बाद अपनी गोपनीय रिपोर्ट सीधे एनएमसी को भेज देगी। इसके बाद ही अगले शैक्षणिक सत्र में नामांकन को लेकर एनएमसी की अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने की कोई संभावना बन पाएगी।

chat bot
आपका साथी