मुक्तिधाम जाने के रास्ते पर कब्जा
संवाद सूत्र चरही( हजारीबाग) जब से चुरचू अंचलाधिकारी सरकारी गैरमजरुआ और वन भूमि पर
संवाद सूत्र चरही( हजारीबाग): जब से चुरचू अंचलाधिकारी सरकारी, गैरमजरुआ और वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को मुक्त कराने की अभियान छेड़ी है, उतनी ही दोगुनी ताकत से लोगों ने भूमि पर अपना अधिकार जताना भी शुरू कर दिया है। अब तो शव को ले जाने के लिए रास्ते भी नही बच पा रहा है, जिस रास्ते से शव को मुक्तिधाम धोरधोरवा घाट ले जाया जाता था । आज वहां बड़ी मुश्किल से शव को अंतिम संस्कार के लिए पहुंचाना पड़ रहा है। ऐसी मुश्किल का सामना लोगों को मंगलवार को करना पड़ा। दरअसल सोमवार को चरही निवासी मंटू शर्मा उम्र लगभग( 49 वर्ष) की मौत किडनी फेल हो जाने की वजह से इलाज के क्रम में रिम्स रांची में हो गई थी, जिनका अंतिम संस्कार मंगलवार को चरही स्थित मुक्तिधाम धोरधोरवा घाट पर किया गया। मृतक के पार्थिव शरीर को मुक्तिधाम ले जाने में जितनी परेशानी हुई, इतनी कभी किसी शव को ले जाने में नहीं हुई होगी। जाने वाले रास्ते को लोगों ने जुताई कर दी हैं। जहां कभी जंगल -झाड़ी हुआ करता था आज उसे समतल भूमि तैयार कर रास्ते को बंद कर दिया गया है। जमीन को अपने दखल में करने की होड़ में रास्ते को भी नही छोड़ा जा रहा है। घाट के दोनों छोर पर समतलीकरण कर जमीन को अपने दखल में किया जा रहा है। अंतिम संस्कार में उपस्थित लोगों ने चिता जताई है कि रास्ते के लिए अभी से विकल्प नहीं निकाली गई तो आने वाले दिनों में इससे भी अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। इस संबंध में लोगों ने सीओ से मिलकर रास्ता निकालने की बात कही है।