कनहरी पहाड़ी क्षेत्र में किया बीजारोपण
लीड--------- आरएसस ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश संवाद सहयोगी हजारीबाग राष्ट्रीय स्वयंस
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आरएसस ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
संवाद सहयोगी, हजारीबाग :राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अरविद प्रभात शाखा मटवारी के स्वयंसेवकों ने पर्यावरण संरक्षण के दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मंगलवार सुबह कनहरी पहाड़ी क्षेत्र के जंगलों में बीजरोपण किया। पूर्व प्रांत कार्यवाह नवल किशोर के नेतृत्व में पहुंचे वरीय स्वयंसेवकों के दल ने पहाड़ी क्षेत्र के चारों ओर भ्रमण कर विभिन्न औषधीय, फलदार, छायादार पौधों के बीज लगाए। मौके पर पूर्व प्रांत कार्यवाह नवल किशोर ने बताया कि बीज असीम संभावनाएं लिए होते हैं। बीज बुनना वीराने में हरियाली की संभावना साकार करने की क्षमता रखती है। पौधा रोपण करना खर्चीला कार्य है। घेरा किए बिना पौधे बचते नहीं। पौधों की सुरक्षा लिए घेरान या गैबियन लगाना जरूरी है। ट्यूब में पौधे की जड़ अपने स्वाभाविक रूप में विकसित नहीं हो पाती । लेकिन भूमि में बीज बुनने के बाद तैयार हुए पौधों की जड़े गहरी होती हैं और ये पौधे बिना सुरक्षा घेरा, और बिना विशेष देखभाल के भी वृक्ष बनते हैं। करीब 20 प्रतिशत बुने गए बीजों से वृक्ष बनने की संभावना रहती है। इसी उद्देश्य से संघ के स्वयंसेवक अपने समयानुसार बरसात के समय बीज रोपण और पौधरोपण करते है। हजारीबाग में पौधारोपण अभियान के बाद बीजरोपण अभियापन चलाया जा रहा है। इससे पूर्व गांधी मैदान मटवारी में भी जीवनदायी पीपल के पौधे लगाए गए है। लोगों से आग्रह किया किया कि बीज बुनना सरल है एवं सभी व्यक्तियों के सामर्थ्य में है। इसलिए फल खाएं, बीज बुने और पर्यावरण सेवा का आनंद लें।