पंचतत्व में विलीन हुए जज उत्तम आनंद

लीड------------ शव यात्रा में गूंजा एडीजे उत्तम आनंद अमर रहे का उदघोष रोया शहर संवाद स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:28 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:28 PM (IST)
पंचतत्व में विलीन हुए जज उत्तम आनंद
पंचतत्व में विलीन हुए जज उत्तम आनंद

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शव यात्रा में गूंजा एडीजे उत्तम आनंद अमर रहे का उदघोष, रोया शहर संवाद सहयोगी, हजारीबाग : संदिग्ध परिस्थिति में किसी बड़ी साजिश के तहत सड़क दुर्घटना के शिकार हुए धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। हल्की बारिश के बीच शहर के खीरगांव मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। पिता और अधिवक्ता सदानंद प्रसाद और 10 वर्षीय पुत्र क्रिशु ने मिलकर मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई शिवपूरी स्थित घर से प्रारंभ हुआ और एडीजे उत्तम आनंद अमर रहे के उदघोष के बीच न्यायिक, प्रशासनिक पदाधिकारी, राजनीतिक, सामाजिक, बार संघ के सदस्यों के साथ सैकड़ों लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने 10 वर्षीय क्रिशू के साथ उसकी 15 वर्षीय दूसरी नंबर की बहन बरखा भी थी। कांपते हाथों से बेटे को मुखाग्नि देते समय सदानंद निरुतर हो गए, वे चिता पर लिपटे बेटा का पार्थिव शरीर तो कभी पोते को देख अपने आप को ढ़ाढस बंधा रहे थे। घर पर जुटे सैकड़ों लोगों ने के जुबान पर घटना की न्यायिक जांच सीबीआई के हाथों कराने की मांग कर रहे थे। चार भाई बहनों में आनंद के अलावा सुमन उनके छोटे भाई है। दो बेटी रिमझिम, बरखा और एक बेटा क्रिशु है। बेटी के साथ पत्नी, बहन दीप्ति व ज्योति आनंद जहां दहाड़े मारकर रो रही थीं, वहीं वृद्ध मां 75 वर्षीय सरिता बेटे के पार्थिव शरीर से लिपट कर अचेत हो गयी। अंतिम यात्रा में हजारीबाग बार के अलावा जिला एवं सत्र न्यायाघीश अरुण कुमार राय की अगुवाई में जिला स्तर के सभी न्यायिक पदाधिकारी शामिल हुए। वहीं दिवंगत आनंद के दोनों आईएएस साला कृष्णा व कृष्णा करुणेश, बहनोई समेत अन्य ने अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की। प्रशासनिक पदाधिकारी के रुप में सीओ राजेश कुमार और पुलिस पदाधिकारी के रुप में एसडीपीओ सदर महेश प्रजापति उपस्थित रहे।

दुर्घटना नहीं हत्या, कोर्ट की निगरानी में हो सीबीआई जांच : सुमन

दिवंगत आनंद के छोटे भाई सुमन ने फफकते हुए मौके पर मौजूद न्यायिक पदाधिकारियों से न्याय दिलाने की बात कहीं। कहा कि यह दुर्घटना नहीं हत्या है और कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच हो।

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