हजारीबाग के थे जज उत्तम आनंद, घर पर पसरा सन्नाटा

हजारीबाग बार एसोसिएश में मौत को लेकर उबाल सीबीआई जांच की मांग हजारीबाग बार 1998 में

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 09:01 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 09:01 PM (IST)
हजारीबाग के थे जज उत्तम  आनंद, घर पर पसरा सन्नाटा
हजारीबाग के थे जज उत्तम आनंद, घर पर पसरा सन्नाटा

हजारीबाग बार एसोसिएश में मौत को लेकर उबाल, सीबीआई जांच की मांग

हजारीबाग बार 1998 में थे बार के सदस्य, 2001 में बने न्यायिक पदाधिकारी

संवाद सहयोगी, हजारीबाग : धनबाद में पदस्थापित बतौर जिला जज उत्तम आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हजारीबाग में लोग भी सकते हैं। जज उत्तम आनंद का नाता हजारीबाग से था। वे हजारीबाग के शिवपुरी के रहने वाले थे। हजारीबाग के संत जेवियर्स स्कूल से ही उन्होंने पढ़ाई की थी। 1987 में संत जेवियर्स से पास आउट थे। लॉ की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली से की थी। सुबह हादसे की सूचना मिलते ही घर में मातम व सन्नाटा छा गया। बुजुर्ग अधिवक्ता पिता सदानंद प्रसाद व भाई अधिवक्ता शोक में डूब गए। उन्हें एक पल में इस सूचना पर विश्वास नही हुआ। सूचना के बाद स्वजन धनबाद निकल गए हैं। हजारीबाग में उनके साथ पढ़ाई करने वाले तरुण नायक ने बताया कि वे अक्सर हजारीबाग आया करते थे। फिट रहने के लिए हमेशा योग करते थे। दोस्तों को भी योग के लिए प्रेरित करते थे। उनकी मौत भी मॉर्निंग वॉक के दौरान हादसे में हो गई। 1987 बैच के दोस्तों से वे हमेशा जुड़े थे। वही दूसरी ओर सड़क दुर्घटना में मौत की खबर और सीसीटीवी फुटेज फैलते हीं मन हजारीबाग बार में उबाल आ गया। हजारीबाग बार संघ ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की और अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग की है। घटना के बार की ओर से शोक जताते हुए एक दिन कलमबद्ध हड़ताल की घोषणा की है। राज्य सदस्य राजकुमार राजू, हेमंत सिकरवार ने राज्य परिषद की बैठक में पूरे मामले को हत्या करार देते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। ज्ञात हो कि दिवंगत उत्तम आनंद ने हजारीबाग बार कोर्ट से अपना कैरियर प्रारंभ किया था। 1998 में बार में योगदान दिया और 2001 में वे न्यायिक पदाधिकारी के रूप में तेनुघाट में योगदान दिया था। इसके बाद से वे प्रोन्नत पाते हुए जिला जज अष्टम धनबाद के रूप में काम कर रहे थे।

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