हर दिन महीने पर ठिकाना बदल लेता था सरगना कन्हैया
लीड के साथ हाट बाजार के अलावा बस स्टैंड डेली मार्केट मेन रोड था टारगेट कई अन्य त
लीड के साथ
हाट बाजार के अलावा बस स्टैंड, डेली मार्केट, मेन रोड था टारगेट
कई अन्य तरह की आपराधिक घटनाओं में शामिल था
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : सदर थाना पुलिस के हत्थे चढ़े सभी आठ मोबाइल चोर गिरोह के सदस्य चोरी विशेषकर साइबर अपराध के लिए प्रसिद्ध साहेबगंज के तीन पहाड़ निवासी है। यह गांव केवल मोबाइल चोरी के लिए हीनहीं बल्कि ट्रेन में चोरी, एटीएम मशीन चोरी, हथियारों की तस्करी के लिए भी प्रसिद्ध है। सरगना कन्हैया भी इसी गांव का है और हजारीबाग में पुलिस के छापेमारी से बचने के लिए हर तीन माह में अपना ठिकाना बदल देता था। उसके गिरोह में बच्चों की संख्या अधिक है और ये बच्चे उनके अभिभावकों की मदद से उनके साथ रहते थे। छह साल से हजारीबाग में रहकर वह चोरी का धंधा संचालित कर रहा था। बच्चों को आगे कर उनकी दुकानदारी चल रही थी।
बच्चे पकड़े गए तो नकली जमानदार बनाकर करा लेते थे रिहा
जानकारी के मुताबिक कन्हैया के गिरोह में एक दर्जन से अधिक बच्चे है और ये जब कभी भी कहीं भी पकड़े जाते थे तो नकली जमानतदार बनाकर छुड़ा लेते थे।
पूछताछ में सरगना कन्हैया महतो ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के हाट बाजार के अलावा बस स्टैंड, डेली मार्केट, मेन रोड में भीड़ भाड़ वाला स्थान गिरोह के टारगेट में रहते है। वहीं चतरा के टंडवा, सिमरिया, चतरा, ईटखोरी, हजारीबाग का बड़कागांव, केरेडारी, बरही, चौपारण, दारु, विष्णुगढ़, शहरी क्षेत्र के अलावा धनबाद व गिरिडीह में भी उसके गिरोह के लोग सक्रिय है।