कामगारों की लड़ाई लड़ता रहा है बीएमएस
बाटम भारतीय मजदूर संघ ने की पिट व गेट मीटिंग सचिव ने किया संबोधित संवाद सूत्र चरही( हजा
बाटम
भारतीय मजदूर संघ ने की पिट व गेट मीटिंग, सचिव ने किया संबोधित
संवाद सूत्र चरही( हजारीबाग): कोयला उद्योग से जुड़े मजदूरों और कामगारों की लड़ाई में बीएमएस अग्रणी रहा है। मजदूर विजय दिवस के रूप में हजारीबाग एरिया के सभी परियोजना क्षेत्र में पिट और गेट मीटिग जारी है। मजदूर नेता व बीएमएस के एरिया सचिव शंकर सिंह ने पिट मीटिग के दूसरे दिन की सभा में मजदूरों को जानकारी दी। सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय मजदूर संघ के आंदोलन कि चेतावनी का परिणाम है कि प्रबंधन द्वारा 30 मई को स्टैंडर्डाइजेशन कमेटी की बैठक बुलाई गई थी। कोल इंडिया के अब तक के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि समय पूर्व जेबीसीसीआई के गठन के लिए बैठक बुलाई। आज बीएमएस सबसे आगे खड़ा हो कर एनसीडब्ल्यू-11 कि अगुवाई कर रहा है। आगे मजदूरों को भरोसा दिलाया कि बीएमएस की अगुवाई में आपको एक बेहतर ऐतिहासिक वेज बोर्ड मिलेगा।
साथ ही साथ शंकर सिंह ने कामगारों को बताया कि एलपीजी के बढ़े हुए पैसे के भुगतान के लिए हमारा संगठन निरंतर प्रबंधन पर दबाव बनाएं हुए था, जिसका परिणाम है कि रूपये 866 भुगतान का आदेश बीते 24 मई को निकाला गया। क्षेत्र में भी कोरोना से ग्रसित कामगारों के लिए 10 बेड का कोविड सेंटर श्रमिक चिकित्सालय तापिन परियोजना में बनाया गया है, ये भी हमारे संगठन कि मेहनत का परिणाम है। हम निरंतर कोयला मजदूरों कि आवाज बनकर उनके हक अधिकार के लिए प्रबंधन की तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लड़ रहे है और लड़ते रहेंगे। इस पीट मीटिग में पप्पू दूबे, रणविजय सिंह, पवन सुवेश,मनोज कुमार, मो कासिम, मिथलेश सिंह, उमेश करमाली,रजाक मियां अमरनाथ, किसुन दास, सोनीलाल महतो, नंदलाल महतो, सुरेश सिंह, मुख्य रूप से उपस्थित हुए।