खुटरा गांव हो रही मौतों के बाद दहशत में ग्रामीण

गांव की कहानी फोटो - 17 19 20 गांव में पिछले 15 दिनों में हो चुकी है कुल 11 मौत लोग द

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:58 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 08:58 PM (IST)
खुटरा गांव हो रही मौतों के बाद दहशत में ग्रामीण
खुटरा गांव हो रही मौतों के बाद दहशत में ग्रामीण

गांव की कहानी

फोटो - 17, 19, 20 गांव में पिछले 15 दिनों में हो चुकी है कुल 11 मौत, लोग दहशत में

सघन जांच शिविर में 1500 की हुई कोरोना जांच, 13 मिले पॉजिटिव

अरुण खुशबू,

इचाक (हजारीबाग) : प्रखंड मुख्यालय से 2 किलोमीटर के दूरी पर स्थित बरककला पंचायत के खुटरा गांव में शुक्रवार को भी अजीब मातमी सन्नाटा पसरा था। कारण था गांव में 15 दिनों भीतर 10 लोगो की मौत के बाद चर्चा में आए इस गांव में एक और व्यक्ति की संक्रमण से मौत हो गई थी। किशोरी के मौत की खबर से उसकी बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और 14 वर्षीय पुत्री का रो रो कर बुरा हाल था। हालत यह थी कि गांव वाले संक्रमण के डर से परिजनों को ढाढस बढाने भी नहीं पहुंच रहे हैं। हालांकि स्थानीय जन प्रतिनिधि इस विकट घडी में भी अपने दायित्व का निर्वह्न कर रहे हैं। पंचायत की मुखिया अनिता भारती एवं आजसू मीडिया प्रभारी मंटू लाल दास ने मृतकों के प्रति सवेंदना व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के लिए सरकार से गांव में राहत कार्य चलाने, मृतक के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपया मुआवजा, उनके बच्चों के अच्छी शिक्षा की व्यवस्था, गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग विधायक अमित यादव के माध्यम से सरकार से किया है। सांसद प्रतिनिधि शिव कुमार उर्फ सुनील प्रसाद मेहता भी जल्द से जल्द मुआवजे की मांग करते हैं। जानकारी मिली कि मृतक किशोरी प्रसाद 43 वर्ष (पिता घनू महतो) 21 दिन पूर्व उड़ीसा से घर आया था। वह वहां लेथ मशीन ऑपरेटर का काम करता था। सप्ताह दिन पूर्व उसकी तबीयत बिगड़ी। परिजनों ने हजारीबाग के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के क्रम में युवक ने गुरुवार रात को दम तोड़ दिया। इस प्रकार 15 दिनों के अंदर गांव में 11 लोगों की हुई मौत से गांव में दहशत व्याप्त होना लाजमी था। यह भी जानकारी मिली कि किशोरी अपने चचेरे भाई जिसकी मौत 27 अप्रैल को हुई थी, के श्राद्ध कर्म में खुलकर भाग लगा लिया था। आशंका जताई जा रही है कि वहीं से वह कोविड-19 से ग्रसित हुआ। इस से पहले इस खबर को दैनिक जागरण ने प्रमुखता पर छापा था। इस पर कोडरमा सांसद की पहल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए गांव के लोगों का स्वाव टेस्ट कराने के साथ राहत कार्य चलाने का आदेश दिया था। गांव में अलग-अलग टोले मोहल्ले में छह स्थानों पर शिविर लगाकर करीब 1500 ग्रामीणों का सवाब जांच के लिए लिया गया। ट्रुनेट, रैपिड एंटीजन कीट, वीएलएम तथा बीटीएम जांच पद्धति से स्वाब टेस्ट किया गया। शिविर में पॉजिटिव पाए जाने वाले 13 ग्रामीणों को आवश्यक दवाएं देकर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी गई। जबकि स्वस्थ्य लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने, मास्क लगाने, सैनिटाइजर का उपयोग करने तथा हाथ को बार-बार साबुन पानी से धोने तथा गर्म पानी एवं गरम खाना का सेवन करने की सलाह दी गई। चिकित्सा प्रभारी डा. ओम प्रकाश ने बताया कि लोगों को सुरक्षित एवं सजग रहने की सलाह दी गई है।

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