कनहरी जंगल पर गड़ी तस्करों की नजर
बाटम पिछले कई दिनों से पेड़ काट कर ले जा रहे हैं तस्कर विभाग बना अनजान संवाद सहयोगी ह
बाटम
पिछले कई दिनों से पेड़ काट कर ले जा रहे हैं तस्कर, विभाग बना अनजान
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : गांव देहात के जंगलों को छोड़िए अब तस्कर कनहरी के जंगलों को भी काट रहे हैं। बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी हो रही है। दिनदहाड़े कनहरी पहाड़ में उस क्षेत्र में लकड़ियां काटी जा रही है, जिसके तीन सौ मीटर दूरी पर वन विभाग है, पांच सौ मीटर की दूरी पर वन विभाग का प्रशिक्षण केंद्र और आठ सौ मीटर की दूरी पर वनरक्षी आवास है। इन स्थानों पर 24 घंटे वन कर्मी और संबंधित पदाधिकारी रहते है। इन सब के बावजूद दिन दहाड़े आरा मशीन और कुल्हाड़ी से काटे जा रहे लकड़ियों की आवाज वन विभाग के कानों तक नहीं जा रही है। कनहरी पहाड़ में तस्करों की नजर सागवान पेड़ पर है और दिन के दोपहर में तस्कर बड़े आराम से काट रहे है , जंगल में उसके टुकड़े करने के बाद मोटरसाइकिल पर लाद कर ले जा रहे है। ये नजारा एक दो दिन का नहीं बल्कि पिछले 10 दिनों से जारी है। हर दूसरे दिन इनके द्वारा एक पेड़ काटे जा रहे हैं।