पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर बचाने का लिया संकल्प

बाटम बौधा ढौंढवा जंगल में जुटे लोग मनाया 24 वां रक्षा बंधन उत्सव टाटीझरिया(हजारीबाग) --

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 09:27 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 09:27 PM (IST)
पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर बचाने का लिया संकल्प
पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर बचाने का लिया संकल्प

बाटम

बौधा ढौंढवा जंगल में जुटे लोग, मनाया 24 वां रक्षा बंधन उत्सव

टाटीझरिया(हजारीबाग) --कोरोना संक्रमण को देखते हुए टाटीझरिया के बौधा ढौंठवा जंगल में शुक्रवार को सादगीपूर्वक जंगल में पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधी गई। रक्षा बंधन की 24वीं वर्षगांठ मनाई गई। मौके पर उपस्थित लोगों ने वृक्षों को लाल डोर बांध वन संरक्षण का संकल्प दुहराया। इससे पूर्व वन क्षेत्र में कोविड के नियमों का पालन करते हुए मौन धारण कर वनदेवी की पूजा-अर्चना की गयी। ज्ञात हो कि पेड़ों में रक्षासूत्र बांधकर जंगलों को बचाने की मुहिम की शुरूआत टाटीझरिया प्रखंड के पर्यावरणविद महादेव महतो ने की थी। दूधमटिया से शुरू किया गया यह आंदोलन पूरे देश में फैल गया है। आज के समय में यह मुहिम सिर्फ हजारीबाग जिले के सैकड़ों जगहों पर चल रहा है। इसी क्रम में बौधा के ग्रामीणों ने ढौंठवा जंगल में भी पूजा-अर्चना कर और पेड़ों को रक्षासूत्र बांध उसके रक्षा करने के संकल्प को दुहराया। सन 1997 से लगातार ढौंठवा वन का रक्षाबंधन होता आ रहा है। यह वन लगभग 15 एकड में फैला हुआ है। सुबह से ही गांव के बच्चे, महिलाएं व पुरुष रक्षाबंधन को ले काफी उत्सुक थे। पूजन के दौरान दीपक जलाया गया, प्रसाद चढ़ाया गया। इसके बाद उपस्थित लोगों ने वृक्षों और झाड़ियों को लाल कपड़े से बांधकर संरक्षण करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में शंकर महतो, अमृत सिंह, जलील अंसारी, नारायण महतो, संजय कुमार, मुबारक अली, मुकेश सिंह, पप्पू कुमार, बैजनाथ सिंह, जलालुद्दीन मियां, लालो राम, उषा देवी, रीता देवी, आशा देवी, चिता देवी व अन्य शामिल थे।

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