न डरना है न घबराना है, मिलकर कोरोना को हराना है
फोटो - 6 स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एनएसएस की ओर से राज्यस्तरीय वेबिनार का आयोजन प्रबल इक्छा शक्ति
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स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एनएसएस की ओर से राज्यस्तरीय वेबिनार का आयोजन
प्रबल इक्छा शक्ति व सर्तकता से भारत हराएगा कोरोना को : कुलपति
संस, हजारीबाग : कोविड को लेकर गुरुवार को राज्यस्तरीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य कोरोना को लेकर देश भर में फैल रही नकारात्मक शक्ति से सकारात्मक में बदलने का था। कार्यक्रम में यह नारा बुलंद हुआ कि न डरना है, न घबराना है मिलकर कोरोना को हराना है।
वेबिनार को संबोधित करते हुए रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डा कामिनी कुमार ने कहा कि प्रबल इच्छा शक्ति से कोरोना को हराकर भारत विश्व गुरु बनेगा। वर्तमान में हम सभी कोरोना काल की महामारी से गुजर रहे हैं। कोविड-19 गाइडलाइन एवं घरेलू औषधीय उपचार कर हम कोरोना को हरा सकते हैं। स्ट्रेस मैनेजमेंट पर वेबिनार में एनएसएस के राज्य समन्वयक डा. ब्रजेश ने बताया कि 14 दिनी जीवी कोरोना वायरस शताब्दी जीवी मानव से टक्कर नहीं ले सकता। इसलिए हम अपने इच्छा शक्ति को ²ढ़ बनाकर रखें। न्यू दिल्ली स्थित एनएसएस निदेशालय के सहायक कार्यक्रम सलाहकार कमल कुमार कर ने कहा कि हमारे एनएसएस के स्वयंसेवकों ने कोरोना काल में अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा आगे भी एहतियात बरतते हुए कोरोना काल में सामाजिक कार्यों के प्रति अहम भूमिका निभाएंगे। पटना स्थित क्षेत्रीय निदेशालय के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे ने कहा कि वैक्सीनेशन से कोरोना संक्रमण की संभावना काफी कम हो जाती है। स्वयंसेवकों को कोरोना काल में स्वयं बचना तथा दूसरों को बचाना है। रिसोर्स पर्सन के रूप में राज्य स्ट्रेस मैनेजमेंट सेल के विशेषज्ञ मिलन कुमार सिन्हा ने कहा कि समस्याओं का समाधान से मिलन कराना हमारा कर्म है। समस्या एवं समाधान प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की कड़ी है। मनोवैज्ञानिक एवं स्ट्रेस मैनेजमेंट सेल के डा शशि भूषण कुमार गुप्ता ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्ट्रेस मैनेजमेंट की विस्तृत जानकारी दी। समापन में स्वयंसेवकों ने न डरना है, न घबराना है, मिलकर कोरोना को हराने का संकल्प लिया। इस वेबिनार में मुख्य रूप से यूनिसेफ के प्रियंका सिंह, सिद्धु कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका के कार्यक्रम समन्वयक डा. मैरी मार्गेट टुडू, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा के कार्यक्रम समन्वयक डा दारा सिंह गुप्ता, विभावि के संत कोलंबा कालेज के डा सरिता सिंह, मार्खम कालेज के बीएन सिंह, यूसेट के डा. खेमलाल महतो, गिरिडीह कालेज के डा. रजनी बड़ाईक, हंटरगंज कालेज के डा. फहीम अहमद, कर्णपुरा कालेज के सुरेश कुमार, केबी वीमेंस कालेज के मीना सिंह, झारखंड कालेज, डुमरी के डा. मनोज कुमार सिंह, चतरा कालेज के अतुल तिर्की, ग्रिजली कालेज के सौरव शर्मा आदि ने भाग लिया।