इलाज को लेकर प्रशासानिक तैयारियां आधी-अधूरी

कोरोना की खबर करीब 55 निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदलने की तैयारी रमण कुमार ह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 09:20 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 09:20 PM (IST)
इलाज को लेकर प्रशासानिक तैयारियां आधी-अधूरी
इलाज को लेकर प्रशासानिक तैयारियां आधी-अधूरी

कोरोना की खबर

करीब 55 निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदलने की तैयारी रमण कुमार, हजारीबाग : जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कहर जारी है। इस कारण संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि होने के साथ ही होनेवाली मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। इस कारण जिला का स्वास्थ्य ढांचा चरमराने की स्थिति में पहुंच गई है। हालांकि कोरोना योद्धा अपनी जान की परवाह किए बिना संक्रमितों के इलाज में दिन रात सेवा दे रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने बड़ी पहल करते हुए करीब 55 निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदलने की तैयारी में है। जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने जिले के आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध निजी अस्पतालों का डेटा बेस तैयार किया है। इनकी संख्या करीब 55 बताई जा रही है। राज्य सरकार के निर्देश के मुताबिक इन सभी अस्पतालों में उपलब्ध बेडों की संख्या की आधी बेड कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए आरक्षित कर इसकी सूचना आम लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी। लेकिन सूत्रों की माने तो जिला प्रशासन की यह कवायद कागजी घोडे दौडाने के समान है। सबसे बडी बात जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदलने को लेकर उनके संचालकों के साथ कोई बैठक कर वस्तुस्थिति से अवगत होने का काम नहीं किया है। जानकार बताते हैं कि सूची में शामिल निजी नर्सिंग होम एवं अस्पताल को कोविड अस्पताल के तौर पर बदलने में कई व्यवहारिक दिक्कतें हैं, जिन पर जिला प्रशासन ने गौर नहीं किया है। सूची में शामिल निजी नर्सिंग होम अस्पतालों में बडी संख्या छोटे-छोटे नर्सिंग होम्स एवं अस्पतालों की है। जिनके पास गिनती के दस से बीस बेड उपलब्ध हैं। वहीं उनके संस्थान में प्रवेश व निकास के लिए एक ही मुख्य द्वार होने से कोविड एवं नन कोविड का एक साथ संचालन करना संभव नहीं होगा।ाय की स्थिति में हैं।

-------------------------पक्ष

जिले के निजी नर्सिंग होम एवं अस्पतालों का डेटा बेस तैयार किया जा रहा है। संक्रमितों के इलाज के लिए उपलब्ध बेडों की संख्या की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध हो पाएगी - डा. ताराचंद, नोडल पदाधिकारी, जिला बेड मैनेजमेट टीम।

chat bot
आपका साथी