गृहिणी ने आपदा को अवसर में बदला
फोटो - 17 18 बेकरी व्यवसाय से बनी आत्मनिर्भर आधा दर्जन कामगारों को दिया रोजगार लॉक डाउ
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बेकरी व्यवसाय से बनी आत्मनिर्भर, आधा दर्जन कामगारों को दिया रोजगार
लॉक डाउन में बंद हो गया था डेयरी व्यवसाय, मगर हौसला रखा बरकरार
मासूम अहमद, हजारीबाग : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान लागू लाक डाउन में उपजे हालात को लेकर और महानगरों से बडी संख्या में आए कामगारों के कारण शहरो में बेरोजगारी की समस्या भी उत्पन्न हुई थी। इसी दौरान आपदा को अवसर बनाने के प्रधानमंत्री के आह्वान पर काफी लोगो ने छूटे काम से उबरते हुए और अपना हौसला बरकरार रखते हुए नया व्यवसाय शुरू किया। ऐसे ही लोगों में एक हजारीबाग के शिवदयाल नगर निवासी गृहणी शिखा ठाकुर भी शामिल हैं। लॉक डाउन से पूर्व इनका डेयरी का व्यवसाय अच्छा खास चलता था। पति मनीष ठाकुर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव हैे। सब कुछ सामान्य चल रहा था। मगर लॉक डाउन ने सब कुछ चौपट कर दिया। ऐसी स्थिति में भी शिखा ठाकुर ने अपना हौसला नहीं छोड़ा। इस दौरान इन्होंने बेकरी व्यवसाय में कदम रखा। शिवदयाल नगर में केक एंड बेक नाम से प्रतिष्ठान शुरू किया। कुछ ही समय में इनके उत्पाद ने बाजार पकड़ लिया। बेकरी व्यवसाय से वह न सिर्फ आत्मनिर्भर बनी बल्कि आधा दर्जन कामगारों को रोजगार भी मुहैया कराने लगीं। इस बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए वह कहती हैं कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में वह आगे बढ़ रही हैं। पिछले एक साल से इस बिजनेस में वह अपना खुद का रोजगार तो प्राप्त कर ही रही है बाकी लोगों को भी रोजगार के संभावनाएं तलाशने की प्रेरणा दे रही हैं। उनका सपना है कि आगे चलकर वह बेकरी के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य करें और अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दे सके।
होम डिलीवरी की सुविधा भी कराती हैं उपलब्ध
अपने बेकरी व्यवसाय के बारे में शिखा कहती हैं वह होम डिलीवरी की सुविधा भी कराती हैं। यह भी कहा कि 300 रुपए से ऊपर के उत्पाद पर कोई होम डिलीवरी चार्जेज नहीं लेती। यह भी बताती हैं कि केक आदि का एडवांस आर्डर लिया जाता है। वनीला फ्लेवर, पाइन एप्पल फ्लेवर, स्ट्राबेरी फ्लेवर, ब्लैक फॉरेस्ट, व्हाइट फॉरेस्ट, चॅाकलेट ट्रैफल नाम से अलग अलग पांड के केक अलग अलग दर पर उपलब्ध है।