मरीजों की सेवा को बनाएं अपना धर्म : सीएस
हजारीबाग नर्सिंग सेवा व व्यवसायिक आचरण का सर्वोत्तम स्तर है। इसे सिर्फ रोजगार का माध्यम न
हजारीबाग : नर्सिंग सेवा व व्यवसायिक आचरण का सर्वोत्तम स्तर है। इसे सिर्फ रोजगार का माध्यम न समझकर सेवा का भी माध्यम समझें। इसके माध्यम से दुखियों व मरीजों की सेवा करें। ये बातें सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में संचालित एएनएम ट्रेनिग स्कूल में लोगों को संबोधित करते हुए कही। वे एएनएमटी स्कूल में शैक्षिणक सत्र 2020-21 की छात्राओं के नव नामांकित लैंप लाइटिग एवं कैपिग सेरेमनी के अवसर पर बोल रहे थे। साथ ही कहा कि वर्तमान में एएनएम की मांग बहुत ज्यादा है। ऐसे में छात्राओं को पूरे लगन व मेहनत से कोर्स पूरा करने की सलाह दी। इससे पूर्व नर्सिंग सेवा की जन्मदाता सिस्टर फ्लोरेंस नाइटेंगल की चित्र पर पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर छात्राओं ने सिविल सर्जन सहित सभी अतिथियों का स्वागत फूल देकर स्वागत किया।
दिलाई गई शपथ
एएनएमटी स्कूल में आयोजित लैंप लाइटिग व केपिग सेरेमनी के अवसर पर सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार ने एएनएमटी स्कूल की नव नामांकित सभी 29 छात्राओं को नाइटिगेल शपथ दिलाई। शपथ में छात्राओं ने जलता हुआ मोमबत्ती अपने हाथों में लेकर ईश्वर को साक्षी मानकर सदैव नर्सिंग सेवा एवं व्यवसायिक आचरण का सर्वोत्तम स्तर प्रस्तुत करने की शपथ लिया। साथ ही चिकित्सक के आदेशों का सदैव ईमानदारी से करने की भी शपथ ली। इस अवसर पर एसीएमओ डा. संजय जायसवाल, डीआरसीएचओ डा. एसके कांत, डा. सुभाष प्रसाद, डा. एके. सिंह, डा. मे पीके सिन्हा, डीपीएम रविशंकर, डैम भोला शंकर गुप्ता, अस्पताल प्रबंधक शहनवाज, डीपीसी मुकेश कुमार सहित बड़ी संख्या में जिला स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उपस्थित थे। वहीं कार्यक्रम के सफल आयोजन में एएनएमटी स्कूल की प्रभारी प्राचार्या कल्पना कुमारी, टयूटर नाजिया हसन के अलावा कर्मियों व छात्राओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।