मोबाइल से बात करने आठ गांवों के लोगों को जाना पड़ता है बाहर
टाटीझरिया देश फोर जी के जमाने से निकलकर फाइव जी में जा रहा है। परंतु जिले के
टाटीझरिया : देश फोर जी के जमाने से निकलकर फाइव जी में जा रहा है। परंतु जिले के टाटीझरिया प्रखंड में ऐसे आठ गांव में
हजारों लोग गांव में रहते है थ्री जी और फोर जी तो नहीं जानते लेकिन उन्हें टू जी के लिए भी ब फोन पर करने के लिए गांव से बाहर जाना पड़ता है। संचार सेवा को लेकर लंबे समय से दुरुस्त करने की मांग कर रहा यह गांव
कोल्हू, बेडम, हाथीबार, सिझू, चुरचू, केशोडीह, पडरिया, मायापुर गांव है। इन लोगों के गांव में टावर तो आता है लेकिन इन्हें इसके लिए पहाड़, पेड़ और मंदिर का कोना पकड़ना पड़ता है।
इन बड़े गांवों के अलावा ऐसे छोटे छोटे गांव की सख्या दर्जन भर से भी अधिक है जहां मोबाइल काम हीं नहीं करता। ग्रामीणों की माने तो कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। लेकिन क्षेत्र में स्थिति जस की तस बनी है । उन्होंने विभागीय अधिकारियों से क्षेत्र में मोबाइल सेवा दुरुस्त करने की मांग की है।
गाना सुनने, वीडियो देखने और गेम खेलने का काम आ रहा मोबाइल
प्रखंड के इन गांवों में मोबाइल नेटवर्क न आने के कारण ग्रामीणों के फोन केवल गाना सुनने और वीडियो खेलने के लिए काम आ रहा है। । ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई माह से क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्या बनी हुई है। कभी पेड़ तो कभी पहाड़ पर चढ़ने पर फोन काम कर रहा है, यह बड़ी मुसीबत है।
बेडम के राजेन्द्र मण्डल,नारायण महतो,वीरेंद्र मण्डल,छोटन मण्डल ,कोल्हू के संतोष मण्डल,शंकर मण्डल,जगदेव प्रसाद,लालचंद प्रसाद,सुधीर प्रसाद ने उपायुक्त से मिलकर इस दिशा में शिकायत करने की बात कहीं है। बताया कि बड़े चाव से लोगों ने मोबाइल खरीदे, लेकिन आफत आ जाए लेकिन यहां टावर का लोकेशन नहीं आत। ऐसे में फोर जी ओर थ्रीजी यहां दूर की बात है, सरकार केवल टूजी हीं ठीक करा दे।