समझौता वार्ता के बाद विभावि का खुला ताला

संवाद सहयोगी हजारीबाग दस सूत्री मांगों को लेकर पिछले चार दिनों से तालाबंदी कर विभावि प्रश्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 08:57 PM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 08:57 PM (IST)
समझौता वार्ता के बाद विभावि का खुला ताला
समझौता वार्ता के बाद विभावि का खुला ताला

संवाद सहयोगी, हजारीबाग : दस सूत्री मांगों को लेकर पिछले चार दिनों से तालाबंदी कर विभावि प्रशासनिक गेट पर धरना पर बैठे झारखंड छात्र मोर्चा नेताओं ने कुलपति से वार्ता के बाद आंदोलन वापस ले लिया। या यूं कहें कि भारी जन दबाव में प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद विभावि का ताला खोला गया। अनिश्चितकालीन तालाबंदी को लेकर कुलपति के साथ हुई वार्ता में विभावि प्रबंधन ने छात्रहित के मुद्दे पर छह माह के अंदर कार्य करने का आश्वासन दिया । वहीं पदाधिकारियों को हटाने संबंधित विषय पर मांग को सिरे से खारिज कर दिया। छात्र नेता रुसा के समन्वयक, एमबीए निदेशक एवं यूसेट के निदेशक को हटाने की मांग कर रहे थे। कहा कि आने वाले समय में प्रक्रिया के तहत नए निदेशक को नियुक्त करने का कार्य किया जा सकता है। विश्वविद्यालय में लगे सीसीटीवी को दुरुस्त करने, विश्वविद्यालय की विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में निविदा के आधार पर कार्यरत कर्मियों में एकरूपता लाने सहित कई मांगों को लेकर झारखंड छात्र मोर्चा के नेता पिछले 4 दिनों से प्रशासनिक भवन में तालाबंदी कर बैठे हुए थे। इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में एक भी कामकाज नहीं हो सका था। प्रतिदिन सैकड़ों छात्र और उनके परिजन बाहर से आकर अपने काम न होने के कारण वापस लौट रहे थे। जिला प्रशासन की मौजूदगी के बीच कुलपति डॉ देव व विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों के समक्ष हुई वार्ता के बाद मोर्चा का अनिश्चितकालीन तालाबंदी समाप्त हुआ। तालाबंदी समाप्त होने से विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

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अभाविप ने व्यक्त किया था आक्रोश, खुले ताला या होगा आंदोलन

संवाद सहयोगी, हजारीबाग : चार दिनों से विभावि में लटका ताला और ताला खुलवाने को लेकर प्रशासनिक अनदेखी को लेकर चौथे दिन छात्र संगठन अभाविप में भी उबाल आ गया। उबाल केवल अभाविप में हीं नहीं बल्कि जिला भाजपा, विधायक मनीष जायसवाल, पूर्व विधायक मनोज यादव, भाजपा एससी मोर्चा, युवा मोर्चा में भी देखने को मिला। विधायक मनीष व पूर्व विधायक मनोज ने प्रत्यक्ष तौर पर मनमानी का विरोध जताया। छात्र नेताओं के साथ जन प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को जमकर जिला प्रशासन को खरी खोटी सुनायी। शुक्रवार को पूरे दिन ताला खुलवाने या आंदोलन की राह को लेकर अभाविप के दो सौ से अधिक कार्यकर्ता छात्र नेता समाहरणालय में डटे रहे। एसपी से मुलाकात की और एसडीएम को चेतावनी जारी कर अविलंब ताला खुलवाने की मांग की । कहा कि अगर शुक्रवार को विभावि में लगा ताला नहीं खुलता है तो शनिवार से अभावि सड़क पर उतर कर प्रआसिनक अकर्मण्यता के खिलाफ आंदोलन करेगी। अभाविप के प्रतिनिधि मंडल में प्रांत विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख अमित चौबे, प्रदेश सह मंत्री नवलेश सिंह, विभावि छात्र संघ के निवर्तमान अध्यक्ष रितेश यादव, विभाग संयोजक दीपक मेहता, जिला संयोजक के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव, एससी मोर्चा के प्रदेश मंत्री विशाल वाल्मिकी, यूुवा मोर्चा के राजकरण पांडेय , नगर मंत्री मंदीप यादव, सोनू राय, प्रिसं सिन्हा, साकेत सिह, मिलन मुंडा, अविनाश चंद्रवंशी, दीपक केशरी, अंकित कुमार, सहित अन्य शामिल थे।

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