बीएसएफ सिलवार फायरिग रेंज को आवंटित जमीन पर कब्जे की होड़
संवाद सहयोगी हजारीबाग देश की सीमा पर अपने प्राणों की आहुति देकर रक्षा करने वाले बीएस
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : देश की सीमा पर अपने प्राणों की आहुति देकर रक्षा करने वाले बीएसएफ जवानों का प्रशिक्षण केंद्र सिलवार फायरिग रेंज की जमीन पर दलालों की नजर है। दलाल सरकारी पदाधिकारियों की मिलीभगत से बीएसएफ को आवंटित फायरिग रेंज की जमीन को न सिर्फ हेराफेरी कर बेच रहे है, बल्कि उस पर कब्जा भी दिला रहे हैं। करीब दस एकड़ जमीन पर कब्जा की कोशिश की जा रही है। चार एकड़ जमीन पर चाहरदीवारी और 50 डिसमिल जमीन पर तो घर भी बना दिए गए हैं। यह सच रविवार को सिलवार पौधारोपण करने पहुंचे आइजी सह प्राचार्य सहायक प्रशिक्षण केंद्र एसटीसी के डीके शर्मा के औचक निरीक्षण में आया। जमीन पर अतिक्रमण और निर्माण देखकर आइजी ने अधीनस्थ पदाधिकारियों को इसकी अविलंब मापी करा कर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। प्रशिक्षण केंद्र के 1500 मीटर एरिया में निर्माण है वर्जित :
सिलवार फायरिग रेंज हीं नहीं देश भर के सभी प्रशिक्षण केंद्र जहां फायरिग होती है, उसके डेढ़ से दो किलोमीटर परिधि में निर्माण पर प्रतिबंध होता है। परंतु सरकारी कर्मियों की मिलीभगत से प्रशिक्षण केंद्र से महज सौ व दो सौ मीटर घर व चारदीवारी खड़ी कर दी गयी है।
शिकायत कर थक गए, पर बीएसएफ ने भी नहीं सुनी, मिलीभगत से नहीं इन्कार : प्रधान
सिलवार ग्राम प्रधान महेंद्र प्रजापति ने आइजी को अतिक्रमण की जानकारी देते हुए कहा कि कई बार जमीन कब्जे की शिकायत की गई । यह जमीन बीएसएफ फायरिग रेंज को आवंटित है और कब्जा को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर बीएसएफ के अधिकारियों को जानकारी दी। पर किसी ने इस पर संज्ञान नहीं लिया। कोट
बेहद गंभीर मामला है, बीएसएफ के जमीन की मापी कराकर इसे सुरक्षित करने का प्रयास होगा। इस बाबत संबंधित विभाग को पत्राचार कर सख्त कार्यवाही की जाएगी। बताया कि बीएसएफ की जमीन को कोई नहीं ले सकता। जल्द ही अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर कार्यवाही की जाएंगी। अगर जमीन पर कब्जा की गयी है तो हर हाल में खाली करना होगा।
डीके शर्मा, प्राचार्य सह आईजी, सहायक प्रशिक्षण केंद्र, बीएसएफ, मेरु