गया के बेलागंज में मिला सिर कटा शव, जेब के पर्ची में लिखा था डॉन सुशील के हत्यारों का होगा यही हश्र

अरविद राणा हजारीबाग दो जून 2015 को गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव को दिन दहाड़े हजारीबाग क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 08:53 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 08:53 PM (IST)
गया के बेलागंज में मिला सिर कटा शव, जेब के पर्ची में लिखा था डॉन सुशील के हत्यारों का होगा यही हश्र
गया के बेलागंज में मिला सिर कटा शव, जेब के पर्ची में लिखा था डॉन सुशील के हत्यारों का होगा यही हश्र

अरविद राणा, हजारीबाग : दो जून 2015 को गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव को दिन दहाड़े हजारीबाग कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आधा दर्जन शूटर शामिल थे और हत्या की जिम्मेदारी फिल्मी स्टाइल में पर्चा फेंककर पांडेय गिरोह के विकास पांडेय ने लिया था। जांच में गोरखपुर से शूटर आने की सूचना मिली थी। उस घटना के बाद श्रीवास्तव गिरोह के लोगों ने इसका बदला लेने की कसम ली थी। घटना के पांच साल बाद अब बिहार के गया मिले एक शव के तार फिर सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड से जुड़े होने का अंदेशा है। मामला बिहार के गया जिला स्थित बेलांगज थाने का है। पुलिस ने रांची-पटना रोड पर बेलांगज में एक बोरवेल के समीप खेत में एक युवक की सिर कटी लाश बरामद की है। युवक की पहचान तो नहीं हो सकी परंतु जांच पड़ताल में उसके जेब से एक पर्ची मिली है, जिस पर डॉन सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड में शामिल लोगों का हश्र इसी प्रकार से करने की बात कहीं गई है। शव मिलने के बाद जेब से बरामद पर्ची ने हत्या को दूसरी तरफ मोड़ दिया है। हजारीबाग पुलिस तक यह सूचना गया पुलिस द्वारा आधिकारिक रूप से नहीं दी गई है।

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बैंग में कपड़े, गोरखपुर एडिशन के पेपर, और फटे ऑनर बुक से तार मिला रही पुलिस :

थाना प्रभारी बेलांगज गया अविनाश कुमार के अनुसार बरामद कपड़े ब्रांडेड है, दो फरप्यूम भी है। वहीं गोरखपुर एडीशन का दो पेपर मिले हैं। साथ हीं कई अन्य दस्तावेज भी मिले हैं, जिससे तार जोड़ कर पुलिस देख रही है। संभावना जताई जा रहा है कि मृतक यूपी के गोरखपुर का है। वहीं सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड को अंजाम देने वाले लोग भी गोरखपुर के थे। इनमें गोरखपुर (यूपी) के दो शूटर शामिल थे। घटना में प्रयुक्त एके-47 को एक कुख्यात अपराधी ने उपलब्ध कराया था। वहीं गोरखपुर के ही को 30 लाख सुपारी के तौर पर दिए गए थे। इसके अलावा रामगढ़ के पतरातू निवासी तीन लोग इसमें शामिल थे।

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डेढ़ दर्जन सुरक्षाकर्मियों के बीच एक -47 से मारी गई थी 14 गोली :

श्रीवास्तव गिरोह का सरगना सुशील श्रीवास्तव को 2 जून 2015 को दस बजे दिन में हजारीबाग कोर्ट परिसर में हीं एके 47 से गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसमें सुशील के साथ दो अन्य लोग भी मारे गए थे। इस कांड में प्रतिद्वंदी पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी व उसके गुर्गों के विरुद्ध सदर थाना में कांड दर्ज किया गया था। इसमें मुख्य सरगना विकास तिवारी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने मौके से एक -47 बरामद की थी। वहीं एक बिहार के सासाराम से चोरी गयी बोलेरो बरामद की गई थी। वाहन का प्रयोग हत्यारे कोर्ट में आने और छिपने में किए थे।

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